शाहजहांपुर। दुष्कर्म मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी भले ही हो गई हो पर उन पर आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा की मुश्कलें कम नहीं हुई हैं, बल्कि हालात को देखकर लगता है कि उसकी मुश्कलें बढ़ सकती हैं। शुक्रवार को चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में छात्रा के दोस्त सहित तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है। दरअसल, चिन्मयानंद के वकील ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था।
एसआइटी प्रभारी आइजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे एसआइटी की टीम स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ मुमुक्षु आश्रम पहुंची। प्रातः करीब 10.40 बजे चिन्मयानंद को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से कुछ देर बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इसके कुछ देर बाद एसआइटी ने छात्रा के दोस्त संजय सिंह, उसके तहेरे भाई दुर्गेश उर्फ विक्रम सिंह एवं मौसेरे भाई सचिन सेंगर को मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया जहां से इन तीनों को भी जेल भेज दिया गया। तीनों पर चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप है। पीड़िता ने कबूला कि उसके और युवकों की बात होती थी। वहीं स्वामी और छात्रा के बीच करीब 200 बार बातचीत हुई।