नई दिल्ली। विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में लगातार प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज पर हावी रहने के बावजूद एमसी मैरीकॉम की हार खेलप्रमियों को पच नहीं रही है। स्वयं मैरीकॉम ने भी इस हार पर सवाल उठाते हुए निराशा जताई है। मैरीकॉम इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार मानी जा रही थीं लेकिन तुर्की की मुक्केबाज Busenaz Cakiroglu के साथ हुए मुकाबले का फैसला 1-4 से उनके खिलाफ रहा।

मैरीकॉम के सेमीफाइनल मुकाबले का बाउट जैसे ही खत्म हुआ सबको फैसला का इंतजार था। 6 बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थीं कि रैफरी उनके हक में फैसला देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चार रैफरियों ने मैच का फैसला तुर्की के मुक्केबाज के पक्ष में सुनाया। पांच में से सिर्फ एक रैफरी ने बाउट में मैरीकॉम को विजेता माना। फैसला 1-4 से तुर्की की मुक्केबाज के पक्ष में दिया गया  जिससे सातवीं बार स्वर्ण पदक जीतने का मैरी का सपना टूट गया। इस फैसले से मैरीकॉम काफी नाखुश नजर आईं। उनके चेहरे पर नाराजगी साफ नजर आ रही थी। मैरीकॉम के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इसको लेकर सवाल भी उठाया गया।

मैरी ने ट्वीट करते हुए रैफरी के फैसले के बारे में पूछा, “आखिर ऐसा कैसे और क्यों हुआ इस बात की जानकारी पूरी दुनिया को होनी चाहिए। उन्हें खुद ही देखना चाहिए यह फैसला कितना सही था और  कितना गलत।”

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