लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी पकड़ने के साथ ही सरकार ने एहतियाती उपाय तेज कर दिए हैं। बरेली, लखनऊ समेत कई जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू करने के बाद अब कई जगहों पर सरकारी और गैरसरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को ही बुलाने का आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम 11 के साथ बैठक कर यह बड़ा कदम उठाया है। लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी और प्रयागराज कोरोना के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करने का आदेश दिया। उन्होंने सर्तकता बरतने, सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड प्रोटोकॉलका पूरी तरह पालन करने और कार्यालयों में अलग-अलग शिफ्ट में काम कराने को कहा है। मुक्यमंत्री ने लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी और प्रयागराज में सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में सुविधानुसार “वर्क फ्रॉम होम” की अनुमति भी देने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, आगरा गोरखपुर, मेरठ और वाराणसी में टीकाकरण तेज किए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की प्रभावी रोकथाम के लिए “टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट” के मंत्र के अनुरूप कार्यवाही की जाए। गौरतलब है कि प्रदेश में कोविड-19 की जांच की सुविधा सरकारी क्षेत्र की 125 और निजी क्षेत्र की 104 लैब में हैं।