नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को गंभीरता से नहीं लेना अब देश पर भारी पड़ रहा है। कुछ ही दिनों में वहां कोरोना पॉजीटिव केसों की संख्या एक हजार को पार कर गई और अब उससे भी भयावह खबर है। कोरोना वायरस ने पाकिस्तान की सेना पर भी “आक्रमण” कर दिया है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि 230 सैनिकों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है जिनमें 42 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें कई अधिकारी भी शामिल हैं।
दरअसल, अपने जिस दोस्त चीन के बल पर पाकिस्तान आतंकवाद को लेकर दुनिया को गुमराह करता रहा है, उसी दोस्त ने उसे ये जानलेवा डंक मारा है। चीन से लगती पाकिस्तान की सीमा पूरी तरह खुली हुई है। सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों का मिलनाजुलना होता रहता है। विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना पर कोरोना का संक्रमण इसी मेलजोल का नतीजा है। ऐसे में इस क्षेत्र में तैनात सैनिकों में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है और बीमार सैनिकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, खैबर पख्तुनख्वा में 55, मीरपुर में 45, गिलगित-बाल्टिस्तान में 28, डोमेल में 41, बाग़ में 9 और रावलाकोट में 14 सैनिकों को क्वारन्टीन में भेजा गया है। मुजफ्फराबाद में 21, रावलाकोट में 9, कोटली में 2, बलोचिस्तान में 8 जबकि खैबर पख्तुनख्वा और पंजाब में एक-एक सैनिक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है।
पाकिस्तान ने अपने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके)
और गिलगिट-बाल्टिस्तान में आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं जिससे उसके मुख्य इलाकों में
वायरस न फैल सके। साथ ही इन आइसोलेशन सेंटर पूरी तरह से सेना को सौंप दिया है
जिससे कोई भी खबर बाहर नहीं जा सके।