लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं कर रही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब प्रदेश में पान, पान-मसाला और गुटखा के उत्पादन और बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया है।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाजारों, सड़कों, दफ्तरों व घरों तक में लोग कोनों-कोनों में पान, पान-मसाला और गुटखा खाकर थूकते हैं। थूकने से गंदगी और संक्रमण फैलता है। इधार-उधर थूकने की वजह से होने वाले रोगों को लेकर अब गहन विचार करने की जरूरत है। केवल महामारी के समय ही नहीं, बल्कि सामान्य समय में भी जगह-जगह थूककर संक्रमण फैलाने की समस्या का स्थायी निदान तलाशना होगा। इसके दृष्टिगत ही प्रदेश में पान, पान-मसाला व गुटखा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। 

इससे पहले संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में अभी तक कुल 1625 संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए विभिन्न लैब में भेजे जा चुके हैं। इनमें से 1493 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 95 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस को लेकर जारी किए गए आकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अब तक 519 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं जबकि 38 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इनमें नोएडा के 11, आगरा व लखनऊ के 8-8, गाजियाबाद के 3, पीलीभीत के 2 और लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, जौनपुर व शामली के 1-1 लोग शामिल हैं। इसके साथ ही अभी तक कोरोना पॉजिटिव 11 केसौं को स्वस्थ घोषित कर अस्पतालों से डिस्चार्ज किया जा चुका है।

error: Content is protected !!