नई दिल्ली। चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस ने ऐसा कहर बरपाया कि अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, ब्रिटेन जैसे समृद्ध और ताकतवर देश त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। तेल के दम पर अपनी तिजोरियां भरने वाले सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात भी इस वायरस की वजह से बिलबिला रहे हैं। लेकिन, कुछ ऐसे भी देश हैं जहां यह “अदृश्य शत्रु” अब तक “हमला” नहीं कर पाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऐसे देशों की कुल संख्या 15 बताई गई है। हालांकि इनमें से उत्तर कोरिया के बारे में जो भी जानकारी है, वह वहां की तानाशाह शासक के कारिंदों द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
कोरोना वायरस अब तक दुनिया के 7 में से 6 महाद्वीपों तक पहुंच चुका है। 20 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित करने के साथ ही यह सवा लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका। सिर्फ अंटार्कटिका की यह एकमात्र ऐसा महाद्वीप है जहां कोरोना वायरस का एक भी मामला नहीं पाया गया है। लेकिन, इसके अलावा कुछ देश ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस नहीं पहुंचा है।
इन देशों में नहीं पहुंचा कोरोना वायरस
- कोमोरोस
- किरिबाती
- लेसोथो
- मार्शल आइलैंड्स
- माइक्रोनेशिया
- नॉरू
- उत्तर कोरिया
- पलाऊ
- समोआ
- सोलोमन आइलैंड्स
- ताजिकिस्तान
- टोंगा
- तुर्कमेनिस्तान
- तुवालु
- वानुअतु।
इन देशों के संक्रमण से बचे रहने की क्या है वजह
सबसे पहली वजह बड़ी सीधी सी है और वह है कम जनसंख्या। इन 15 देशों में से ज्यादातर छोटे द्वीप समूह हैं। ये द्वीप उतने मशहूर भी नहीं कि सैलानियों का तांता लगा रहता हो। ऐसे में यहां बिना नियम बनाए सोशल डिस्टेंसिंग होती रही है।
उत्तर कोरिया तक क्यों नहीं पहुंचा वायरस
अपने तानाशाह शासक की सनक और मिसाइल टेस्ट के लिए चर्चा में रहनेवाला उत्तर कोरिया भी कोरोना से बचा हुआ है। चीन से सीमा लगी होने के बावजूद ऐसा होना चौंकाता भी है। खुद को कोरोना मुक्त घोषित करते हुए उत्तर कोरिया बताता रहा है कि उसने वक्त पर उन सभी सड़क, समुद्र और हवाई रास्तों को बंद कर दिया था जहां से कोरोना वायरस आ सकता था। उत्तर कोरिया सरकार की मानें तो कोई केस न आने के बावजूद देश में क्वारंटीन बेड आदि की पूरी व्यवस्था की गई है।