लखनऊ। निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात की मजलिस में शिरकत करने के बाद लौटे लोगों में से अब तक 159 की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की वजह से उत्तर प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ गई है। राज्य में सोमवार शाम तक 305 कोरोना पॉजिटिव केस हैं जिनमें से आधी से अधिक संख्या तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की है। ऐसे में जो संकेत मिल रहे हैं उनसे लगता है कि प्रदेश में लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि 14 अप्रैल तक अगर एक भी पॉजिटिव केस रहा तो लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जिस तरह से तब्लीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है उससे प्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। अगर ऐसा ही रहा तो 14 अप्रैल 2020 के बाद लॉकडाउन खोलना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की वजह से ही कई जिलों में संक्रमण फैला है। सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस आगरा में मिले हैं। इसके बाद मेरठ, सहारनपुर, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, शामली, गाजियाबाद आदि जिले में पाये गए हैं।
अवनीश अवस्थी ने कहा कि अब जमात से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण पाया गया है, उनके संपर्क में जो लोग भी आये हैं उनको ट्रेस किया जा रहा है। अब जो भी पकड़ में आएगा, उसका कोरोना वायरस टेस्ट जरूर कराया जाएगा। हालात संवेदनशील हैं। अगर एक भी कोरोना वायरस संक्रमित बच जाता है तो पूरे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा। इसी कारण प्रदेश में अब भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
अवस्थी ने बताया कि तब्लीगी जमात में शामिल लोग आगे आकर खुद का जांच करवाएं इसके लिए मुख्यमंत्री ने रविवार को सभी जिलों के धर्मगुरुओं से भी बात की। इस बातचीत में सभी ने की सहमती थी कि इंसान की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है। सभी ने अपना इसमें सहयोग देने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को अब लॉकडाउन खुलेगा कि नहीं। यह जरूरी नहीं है। अभी इसके खुलने में समय लग सकता है। लॉकडाउन के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी है। 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलना अभी तय नहीं है। उत्तर प्रदेश के 32 जिलों में अभी कोरोना पॉजिटिव लोग हैं। इनका ध्यान रखा जा रहा है।
अवनीश अवस्थी ने कहा कि अब धर्म स्थलों से भी प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस के जांच केंद्र की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। इसकी जांच10 और मेडिकल कालेज में शुरू हो गई है। सरकार का प्रयास है कि अब प्रदेश में कोई भी संदिग्ध जांच से न बच सके। किसी को भी जरा शक हो तो अपनी जांच करा सकता है। प्रदेश में कई मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 केंद्र बनाए गए हैं, कुछ को अपग्रेड भी किया जाएगा। मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से ठोस कार्ययोजना बनाकर जल्दी मंजूरी लेने का निर्देश दिया गया है। जिन जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है, उन जनपदों में सैंपल कलेक्शन सेंटर जरूर बनेगा। सभी 75 जनपदों में कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (सोमवार को) कोर कमेटी के साथ समीक्षा बैठक की है। उद्योग विभागों में जो अच्छा कार्य हुआ है, उसके कारण 3089 उद्योगों को चालू कर दिया गया है। श्रम विभाग से जिन लोगों को नोटिस भेजी गई थी उन्हें निरस्त कर दिया गया। अब तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख 4 हजार श्रमिकों को 1000-1000 रुपया की धन राशि प्रदान की गई है। बैठक में तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आने से अब 15 अप्रैल के लॉकडाउन पर वेट एंड वॉच की स्थिति बनी।