लंदन। जिस देश के राज में कभी सूरज नहीं डूबता था, वह एक “अदृश्य शत्रु” के समक्ष बेबस होकर तड़प रहा है। कोरोना वायरस ने ब्रिटेन में मौत का ऐसा तांडव मचाया है कि यह समाचार लिखे जाने तक इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 10,612 हो चुकी है। मौत की रफ्तार इतनी तेज है कि अस्पतालों के पास शवों को रखने के लिए बॉडी बैग और ताबूत तक नहीं बचे हैं। उन्हें बेड शीट में ही लपेटकर रखा जा रहा है। इन बेड शीट के अंदर भी किसी तरह की कोई प्लास्टिक या और कपड़े का इस्तेमाल भी नहीं हो रहा। केवल एक चादर में ही शव को लपेटा जा रहा है। इससे बाकी लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन हालात को देखते हुए अंतिम संस्कार से जुड़े उन लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है जो तमाम अस्पतालों और शवगृहों से शव लाकर उनका अंतिम संस्कार करते हैं। साथ ही अन्य लोगों को भी वायरस अपनी चपेट में ले सकता है।
रिसर्च में सामने आया है कि ये कोरोना वायरस रेफ्रीजरेटर में भी 3 दिन तक सक्रिय रहता है। ऐसे में शवों को रेफ्रीजेरेटर में रखना भी खतरनाक है। ऐसे में शवों को जैसै-तैसे जल्द से जल्द अंतिम संसेकार किया जा रहै है। यह आलम किसी एक अस्पताल का नहीं है, बल्कि बहुत से अस्पताल ऐसे हैं जहां यह समस्या है कि उनके पास बॉडी बैग तक खत्म हो गए हैं। रविवार को 24 घंटे में 737 लोगों की मौत हो गई जो पिछले दो दिनों में होने वाली मौतों से कम रहा। इससे पहले दोनों दिन 1000 से ज्यादा मौतें दर्ज की गई थीं।
देश में सिर्फ 344 लोग ही इस संक्रमण से ठीक हो सके हैं। इनमें प्रिंस चार्ल्स और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शामिल हैं। बोरिस जानसन को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था। अस्पताल से वापस आने के बाद उन्होंने देश के लोगों और नेशनल हेल्थ सर्विस को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश इस वक्त ऐसे दुश्मन का सामना कर रहा है जिसके बारे में कोई समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेल्थ सर्विस के प्रयासों से ब्रिटेन कोरोना पर जीत हासिल करेगा।
कोरोना वायरस से लड़ाई में मदद के लिए आने वालों को टैक्स स्टेटस में छूट देगा ब्रिटेन
ब्रिटेन ने कोरना वायरस से निपटने में मदद के लिए आने वाले हाई स्किल्ड पेशेवरों को टैक्स में विशेष प्रकार का छूट देने का फैसला किया है। इस दौरान उनका टैक्स स्टेटस नहीं बदला जाएगा। सामान्य तौर पर जब कोई विदेशी नागरिक ब्रिटेन में रहता है तो उसकी कमाई ब्रिटेन के टैक्स के दायरे में आती है। भारतवंशी वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने विदेशी प्रफेशनल्स को मार्च से जून तक टैक्स में छूट दे ही जिनमें कई भारतीय भी शामिल हैं। सुनक ने हाउस ऑफ कामंस को यह जानकारी दी।