जिनेवा। कोरोना वायरस महामारी का जब भी जिक्र होता है, लोग अक्सर एक ही बाते कहते हैं- यह भी एक दौर है जो गुजर जाएगा। लेकिन, मौजूदा हालात को देखते हुए “वक्त गुजर जाएगा” कहना एक हद तक ही सही है क्योंकि कोरोना ने दुनिया को स्वास्थ्य के साथ ही सामाजिक और आर्थिक तौर पर जितनी गहरी चोट दी है, उससे जल्द निपटना काफी कठिन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी साफ कर दिया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पहले जैसी स्थिति में लौटना अभी संभव नहीं होगा। सीधे शब्दों में कहें तो कोरोना वायरस से पहले वाली जिंदगी निकट भविष्य में मुश्किल है और “न्यू नॉर्मल” में जीना होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। लिहाजा हाल-फिलहाल पहले वाली स्थिति में वापस आना संबंध नहीं है। यदि महामारी की रोकथाम के उपायों की अनदेखी की गई तो हालात और भी ज्यादा खराब हो जाएंगे।
वर्चुअल ब्रीफिंग के दौरान टेड्रोस एडहोम घेबियस ने कहा, “कई देश गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और वायरस लोगों का सबसे बड़ा दुश्मन बना हुआ है। यदि मूल बातों का पालन नहीं किया जाएगा तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे।”
गौरतलब है कि अब तक दुनियाभर में कोरोना वायरस के लगभग एक करोड़ 32 लाख मामले सामने आ चुके हैं।