इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस तेजी से फैलने लगा है और संक्रमित केसों की संख्या 1000 के पार कर चुकी है। अब तक 7 लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। संक्रमित लोगों में राजस्व विभाग के 6 अधिकारी भी हैं जिन्होंने ईरान से वापस आये कोरोना संक्रमित मरीज के साथ सेल्फी ली थी। इन सभी अफसरों को निलंबित कर दिया गया है।
सबसे अधिक प्रभावित सिंध सूबा है जहां अब तक 410 मामले सामने आ चुके हैं। दूसरे नंबर पर पंजाब में 296 मामले और तीसरे नंबर पर बलूचिस्तान में 110 मामले सामने आ चुके हैं।
महामारी से लड़ने के लिए पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने देशभर में सैन्य चिकित्सा संसाधनों और सेना की तैनाती का आदेश दिया है। डॉन न्यूज ने इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार के हवाले से कहा, “पश्चिमी सीमा और नियंत्रण रेखा पर भारी सेना की तैनाती के बावजूद, सेना प्रमुख ने आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध सैनिकों और सभी चिकित्सा संसाधनों की तैनाती का निर्देश दिया है।”
इस घोषणा के बाद संघीय सरकार ने सभी चार प्रांतों- इस्लामाबाद, गिलगित-बाल्टिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सशस्त्र बलों की तैनाती की मांग की। जनरल इफ्तिखार ने अपने बयान में इस बात पर भी जोर दिया कि प्रतिबंध नागरिक प्रशासन के सहयोग से पूरी तरह लागू किए जाएंगे।
सरकारी निर्देशों के तहत, स्कूल, मॉल, सिनेमा, मैरिज हॉल, रेस्तरां और स्विमिंग पूल बंद रहेंगे और किसी भी धार्मिक या राजनीतिक समारोहों की अनुमति नहीं होगी. खाद्य पदार्थों को ले जाने वाले माल ट्रक को छोड़कर सड़कों पर किसी भी तरह के सार्वजनिक परिवहन की अनुमति नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध 4 अप्रैल तक लागू रहेगा। केवल अस्पताल, फार्मेसी, खुदरा स्टोर, दवा उद्योग और खाद्य पदार्थों का उत्पादन करने वाले कारखाने खुले रहेंगे।
कोरोना से लड़ने को इमरान खान ने फैलाए हाथ
द डॉन अखबार के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए मदद की अपील की है। उन्होंने देश की खराब माली हालत का जिक्र किया और कहा कि दुनिया को चाहिए कि वह उन्हें आर्थिक मदद दे। इसकी वजह है कि उनके देश की हालत इटली और दूसरे यूरोपीय देशों की तरह नहीं है जहां कर्फ्यू के दौरान भी लोगों को हर चीज मुहैया करवाई जा सकती है। उन्होंने विदेशों में बसे अपने नागरिकों से भी अपील की है कि वे इस मुश्किल हालात में देश और उनके नागरिकों की आर्थिक मदद करें।