क्लेमन की बेटी फ्रांसिस ने बताया, “मेरे माता-पिता सितंबर में अपनी शादी की 40वीं सालगिरह मनाने वाले थे लेकिन मैंने उन्हें आखिरी बार हॉस्पिटल में ही एक-दूसरे का चुंबन लेते देखा। मुझे बस खुशी है कि वे आखिरी बार एक-दूसरे को देख पा रहे थे।”
लंदन। एक-दूजे के प्यार में डूबे वे 40 वर्ष तक साथ-साथ जिये, कोरोना वारस से भी साथ-साथ लड़े और अंततः एक-दूसरे का चुंबन लेकर एक साथ दुनिया को अलविदा कह गए। यह सच्ची कहानी है ब्रिटेन के एक कैरल क्लीमन और हार्वी क्लीमन की जिन्होंने यहां के एक अस्पताल में एक साथ अंतिम सांस ली।
विवाह के समय दो लोग जिंदगी और मौत में एक-दूसरे का साथ निभाने की कसमें खाते हैं। हालांकि, यह खुशनसीबी कुछ ही लोगों को मिलती है कि वे अपने प्यार के साथ ही अपनी जिंदगी की आखिरी सांस ले सकें। कैरल क्लीमन और हार्वी क्लीमन इस कसम को निभाकर प्यार और साहचर्य की मिसाल बन गए हैं। दुख के समंदर में डूबे उनके परिवारीजन और दोस्त डबडबायी आँखों से कहते हैं- They were made for each other (वे एक-दूजे के लिए ही बने थे)।
क्लेमन की बेटी फ्रांसिस ने बताया, “मेरे माता-पिता सितंबर में अपनी शादी की 40वीं सालगिरह मनाने वाले थे लेकिन मैंने उन्हें आखिरी बार हॉस्पिटल में ही एक-दूसरे का चुंबन लेते देखा। मुझे बस खुशी है कि वे आखिरी बार एक-दूसरे को देख पा रहे थे।”
78 वर्षीय कैरोल क्लेमन को उसी दिन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जिस दिन उनके 83 वर्षीय पति हार्वे क्लेमन को कोरोना वायरस की वजह से भर्ती किया गया था। दोनों को एक ही अस्पताल में भर्ती किया गया। हार्वे क्लेमन में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं था, फिर वे संक्रमित पाए गए।