नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान अम्फान बुधवार को दोपहर करीब ढाई बजे 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा में समुद्री तट से टकराया। जैसा कि भारतीय मौसम विभाग (IMD) का पूर्वानुमान था, यह तूफान ओडिशा के पारादीप, केंद्रपाड़ा, धामरा से गुजरते हुए बालासोर के समुद्री तट के पास पहुंचा। पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया के बीच चक्रवात अम्फान की लैंडफॉल प्रकिया शुरू हो गई है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं की वजह से काफी नुकसाना हुआ है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी परगनाजिले में 52,00 घरों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इस समुद्री तूफान ने 2-2 लोगों की जान ले ली है।
देश में 21 साल के बाद कोई सुपर साइक्लोन आया है। 1999 में एक चक्रवात ओडिशा के तट से टकराया था। उसे साइक्लोन ओ5 बी या पारादीप साइक्लोन का नाम दिया गया था।
अम्फान से हुई तबाही को देखथते हुए पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले और ओडिशा सीमा के बीच एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। एडीआरएफ की महानिदेशक ने बताया कि पश्चिम बंगाल में अबतक करीब 5 लाख जबकि ओडिशा में 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कमजोर होकर पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह गुरुवार दोपहर बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा। उसने बताया कि केंद्र के आसपास हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही, जिन्होंने बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी। क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक जीके दास ने कहा कि तूफान के प्रभाव से गंगा वाले तटीय जिलों में बुधवार को भारी से बहुत भारी बारिश होग रही है जबकि उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली में कुछ स्थानों पर भीषण बारिश होने की आशंका है। उधर, ओडिशा के तटीय जिलों में तेज हवाओं के चलते पेड़, बिजली के खंभे गिर गए। पारादीप में हवा की रफ्तार सबसे अधिक 102 किमी प्रति घंटे के रुप में दर्ज की गई, जिसके बाद चंदबली में 74 किमी प्रति घंटा, बालासोर में 61 किमी प्रति घंटा और भुवनेश्वर में 56 किमी प्रति घंटे की रफ्तार दर्ज की गई है। पारादीप में सर्वाधिक 197.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
एनडीआरएफ के प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि 20 टीमों ने ओडिशा में सड़कों से पेड़ हटाने का काम शुरू कर दिया है। कुछ टीमों को स्टैंडबाई में रखा गया है। कोलकाता में भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में घर और सड़कें बह गए हैं। यहां तूफान की वजह से 135 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, कटक, भद्रक, बालासोर समेत कई जिलों में मंगलवार से ही भारी बारिश हो रही है। बुधवार को भी यहां भारी बारिश हुई। बंगाल और ओडिशा में गुरुवार तक भारी बारिश की आशंका है। तूफान की वजह से असम और मेघालय में भी बारिश होगी।