नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का अध्यक्ष चुन लिया गया है। इस बात का ऐलान बीसीसीआइ के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने सोमवार को किया। 13 अक्टूबर की देर रात तक चली मीटिंग में सौरव गांगुली के नाम पर मुहर लगी थी जिसे सोमवार 14 अक्टूबर की दोपहर को राजीव शुक्ला ने सार्वजनिक कर दिया। गौरतलब है कि “दादा” नाम से लोकप्रिय सौरव को एक ऐसे कप्तान के रूप में याद किया जा है जिसने टीम इंडिया में संघर्ष करने का जज्बा भरा और लड़कर जीतना सिखाया।
राजीव शुक्ला ने कहा है, “हमने सौरव गांगुली को बीसीसीआइ का चेयरमैन चुन लिया है। 23 अक्टूबर को इसका आधिकारिक ऐलान भी हो जाएगा।” आपको बता देंकि 23 अक्टूबर को बीसीसीआइ के चुनावों के नतीजे आने हैं। इसके अलावा उसी दिन बोर्ड की वार्षिक सामान्य सभा (AGM) होनी है। इसी दौरान गांगुली की ताजपोशी होगी।
उधर, सौरव गांगुली ने मुंबई में बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के बाद कहा है, “मैं एक ऐसी स्थिति में हूं जहां मैं टीम के हित में फैसले ले सकता हूं जिससे टीम को फायदा हो। मुझे उम्मीद है कि हम अगले कुछ महीने में भारतीय क्रिकेट बोर्ड को सामान्य स्थिति में ला सकते हैं।”
अंदरखाने 13 अक्टूबर को ही इस बात की पुष्टि हो गई थी कि गांगुली बीसीसीआइ के मुखिया बनने जा रहे हैं। सौरव गांगुली मौजूदा समय में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष हैं। हालांकि, सौरव का बतौर बीसीसीआइ अध्यक्ष कार्यकाल एक साल से भी कम समय का होगा। जुलाई 2020 में गांगुली को यह कुर्सी छोड़नी होगी क्योंकि बोर्ड के नियम कहते हैं कि एक व्यक्ति 6 साल के लिए क्रिकेट बोर्ड के साथ बतौर एडमिनिस्ट्रेटर जुड़ा रह सकता है। सौरव 5 साल से बंगाल राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं।