नई दिल्ली। तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज के अमीर मौलाना साद के 5 साथियों के पासपोर्ट दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जब्त कर लिये हैं। ये पांचों नामजद आरोपी हैं और मौलाना साद के करीबी भी हैं। जब तक मामले की जांच चलेगी, तब तक इनमें से कोई भी आरोपित देश के बाहर नहीं जा सकेगा।
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक तब्लीगी जमात में मौलाना साद के अलावा इन पांचों आरोपियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हर फैसले में मौलाना साद इनको जरूर शामिल करता था।
क्राइम ब्रांच मौलाना साद के बेटों और रिश्तेदारों समेत कुल 166 जमातियों से पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर तब्लीगी जमातियों ने क्राइम ब्रांच को दिए अपने बयान में माना है कि 20 मार्च 2020 के बाद निजामुद्दीन मरकज में रुकने के लिए मौलाना साद ने ही बोला था। वे खुद से मरकज से निकलना चाहते थे लेकिन मौलाना साद ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया था।
दिल्ली पुलिस निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 916 विदेशी जमातियों के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भी निजामुद्दीन मरकज से जुड़े कई विदेशियों के पासपोर्ट जब्त कर उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है।