लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण की सरपट चाल ने राज्य सरकारों और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो सकती है। हालात बिगड़ते देख देश के तमाम राज्यों के कुछ क्षेत्रों में फिर से लॉकडाउन लगाया गया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चार प्रमुख इलाकों में 20 जुलाई 2020 को रात 10 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया है।

लखनऊ के जिल चार इलाकों में आज रात 10 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया जा रहा है, वे हैं- इंदिरा नगर, गाजीपुर, आशियाना और सरोजनी नगर। लखनऊ के जिलाधिकारी का कहना है कि कि इन इलाकों से सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन इलाकों को 24 जुलाई तक कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला किया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि इन जगहों पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की गतिविधियां बंद रहेंगी। प्रशासन ने बिना किसी कारण बाहर घूमने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन वाले इलाकों में सार्वजनिक यातायात पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। इमरजेंसी में आवागमन के लिए लोग निजी वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन जाने के लिए साथ में टिकट रखना आवश्यक होगा।

लखनऊ में पिछले 24 घंटे में मंत्री कमल रानी वरुण और आईपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा समेत 224 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। लखनऊ में अब तक कोरोना वायरस के 4,009 मामले मिले हैं। इनमें से 1453 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 47 लोगों की मौत हो चुकी है।

 

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