लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीवीआईपी इलाके में मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही दूरी पर भारतीय रेल सेवा (आईआरएस) के एक उच्च अधिकारी की पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हाई सिक्योरिटी जोन में शनिवार को दिनदहाड़े हुए इस दोहरे हत्याकांड से राजधानी में सनसनी फैल गई।
लॉकडाउन के बीच यह दुस्साहसिक वारदात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास- 5 कालीदास मार्ग से चंद कदम की दूरी पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास के सामने विक्रमादित्य मार्ग पर रेलवे कालोनी में हुई। गौतम पल्ली नाम के इस पॉश इलाके में हुई इस घटना में बदमाशों ने भारतीय रेलवे के अधिकारी राजूव दत्त वाजपेयी के घर में घुसकार उनकी पत्नी मालती (48) और बेटे शरद (19) को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
इंडियन रेलवे सर्विसेज के बड़े अधिकारी राजीव दत्त वाजपेई रेलवे के मीडिया सलाहकार भी हैं। इस समय वह रेल मंत्रालय में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। वह लखनऊ में सीनियर डीओएम भी रह चुके हैं। उनकी पत्नी मालती और पुत्र शरद (सर्वदत्त) के शव बिस्तर पर पड़े मिले। शरद के सिर में गोली मारी गई है। शनिवार शाम करीब पौने चार बजे नौकरों ने मालती और सर्वदत्त के खून से लथपथ शव देख पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। परिवार के करीबियों ने लूटपाट के दौरान घटना किए जाने की आशंका जताई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि दो कमरे में कुछ सामान बिखरा मिला है। लेकिन, अलमारी बंद है और कीमती सामान गायब नहीं है। इससे प्रथम दृष्ट्या लूट की बात गलत साबित हो रही है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मालती की बेटी बदहवास हालत में है। उसे इलाज के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेटर भेजा गया है। नौकरों से पूछताछ करके घटनाक्रम का ब्योरा जुटाया जा रहा है। जांच के बाद ही स्थिति कुछ साफ हो सकेगी।
घटना की जानकारी मिलते ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के साथ पुलिस आयुक्त लखनऊ समेत बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने लूट की घटना से इन्कार किया है। नौकरों से पूछताछ की जा रही है।
गौतम पल्ली थाना क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सत्ता का बड़ा केंद्र माना जाता है। यहां पर मुख्यमंत्री के साथ ही तमाम मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, शासन के शीर्ष प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी रहते हैं।