नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे और लॉकाडाउन के मद्देनजर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार 1.5 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा कर सकती है। इस पैकेज के तहत 10 करोड़ गरीबों के बैंक अकाउंट में रुपये डाले जा सकते हैं। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार ने अब तक पैकेज को अंतिम रूप नहीं दिया है। उनके मुताबिक इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बीच चर्चा चल रही है। एक सूत्र के मुताबिक प्रोत्साहन पैकेज का आकार 2.3 लाख करोड़ रुपये तक का हो सकता है।

सूत्रों ने बताया कि इस पैकेज की घोषणा इस सप्ताह के आखिर में की जा सकती है। इस पैकेज के तहत देश के 10 करोड़ गरीब लोगों के खाते में सीधे रुपये ट्रांसफर किए जा सकते हैं। इसके अलावा लॉकडाउन से प्रभावित कोरोबारों की सहायता का ऐलान भी किया जा सकता है। 

गौरतलब है कि देश में बुधवार से तीन सप्ताह के संपूर्ण लॉकडाउन शुरू हो गया है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए यह किसी भी देश की सरकार की तरफ से उठाया गया सबसे बड़ा फैसला है। भारत में अब तक 560 से अधिक लोगों को इस वायरस से पीड़ित पाया गया है जिनमें सो 10 की मौत हो चुकी है।

सूत्रों ने बताया कि सरकार ने रिजर्व बैंक से कुछ सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदने के लिए कहा है। केंद्रीय बैंक ने कई दशक से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है क्योंकि इससे महंगाई दर के चढ़ने की आशंका पैदा हो जाती है। एक सूत्र ने कहा,  “भारत के केंद्रीय बैंक को विश्व के अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह बॉन्ड खरीदने होंगे।” वित्त मंत्रालय ने इस योजना पर किसी भी तरह की टिप्पणी से इनकार कर दिया। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस संदर्भ में भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं दिया है। 

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