लखनऊ। ठाकुरगंज के हाजी कॉलोनी में पुलिस की आतंकवादियों से मुठभेड़ हो रही है। यहां छिपे संदिग्ध आतंकवादी को पकड़ने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार संदिग्ध आतंकवादी सैफुल को निष्क्रिय करने के लिए इमारत की छत को गैस कटर से ड्रिल किया गया है। एसटीएफ के एडीजी ने बताया कि घर की छत ड्रिल किए जाने के बाद मकान में दो संदिग्ध नजर आए हैं। यूपी एटीएस संदिग्ध आतंकवादी को जिंदा पकड़ना चाहती है और इसके लिए वह मिर्ची बम का लगातार इस्तेमाल कर रही है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मौके पर यूपी एटीएस, स्थानीय पुलिस और कमांडो मौजूद हैं। छत पर पुलिस ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। एटीएस के एडीजी ने बताया कि एडीजी-घर की छत को ड्रिल किया गया तो मकान के अंदर सैफुल के साथ एक और संदिग्ध नजर आया। पुलिस दोनों को जिंदा पकड़ने के लिए लगातार मिर्ची बम का इस्तेमाल कर रही है। पुलिस पता लगाना चाहती है कि इनकी साजिश क्या थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इमारत में चार लोग रहते थे और यह इमारत काफी बड़ी है। बताया जा रहा है कि आतंकी लखनऊ का रहने वाल है और उसका नाम सैफुल है।
इस एनकाउंटर पर गृह मंत्रालय की करीबी नजर है। गृह मंत्रालय, यूपी पुलिस और खुफिया एजेंसियां लागातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कमांडो भी वहां मौजूद हैं. लखनऊ सहित सभी बड़े शहरों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
एटीएस के आईजी ने लखनऊ में मीडियाकर्मियों को बताया, ‘जब हमने दरवाजे पर दस्तक दी तो संदिग्ध ने कमरा बंद कर लिया। हमने अंदर पिस्टल के कॉकिंग की आवाज सुनी। संदिग्ध के पास हथियार हैं लेकिन वह अकेला है. वहां पर कोई बंधक नहीं है। ‘
आईजी ने बताया कि संदिग्ध को जिंदा पकड़ने के लिए हमने चिली गन का इस्तेमाल किया लेकिन वह बाहर नहीं आया। वह रुक-रुक कर गोलीबारी कर रहा है. हमने अपनी तरफ से गोलीबारी रोक दी है।
एमपी पुलिस ने यूपी पुलिस को संदिग्ध आतंकवादी के लखनऊ में छिपे होने की सूचना दी जिसके बाद कार्रवाई शुरू की गई। आतंकी सैफुल जहां पर छिपा है वह लखनऊ का बाहरी रिहायशी इलाका है। कानपुर से एक संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में आतंकवादी के छिपे होने का पता चला। आतंकी सैफुल का उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट से जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है।