नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए दिल्ली, अहमदाबाद, शिमला, मैसूर और रांची को चुना है। प्रधानमंत्री कार्यालाय (पीएमओ) 21 जून को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह स्थल का चुनाव करेगा। नरेंद्र मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद केंद्र सरकार का यह पहला विशाल सार्वजनिक आयोजन होगा। चुने गए शहरों के नाम प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भेजे जा चुके हैं।
आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा, “हमने तैयारी शुरू कर दी है। कार्यक्रम बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। यदि राष्ट्रीय राजधानी को मुख्य स्थल चुना जाता है तो यहां दूसरी बार यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। दिल्ली में 2015 में योग दिवस पर मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था।”
कार्यक्रम की तैयारी के क्रम में दिल्ली में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान द्वारा दो दिवसीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव आज (शनिवार) शुरू हो गया है। इसमें योग शिक्षक, अनुभवी और अन्य सहित करीब 10,000 लोग भाग ले रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि इसका लक्ष्य योग का माहौल तैयार करना और लोगों को 21 जून के कार्यक्रम के बारे में जागरूक बनाना है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र ने 21 जून को योग के वैश्विक आयोजन दिवस के रूप में मंजूरी देने का आह्वान किया था। इस पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था। भारत में योग की परंपरा 5000 साल से भी ज्यादा पुरानी है।