रामपुर। प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ भारतीय सेना के अपमान के मामले में भाजपा नेता के बेटे ने मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा 153ए और 505 के तहत में दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इससे पहले सत्ताधारी बीजेपी और कई विपक्षी दलों ने आजम के बयान की कड़ी शब्दों में निंदा की।
बता दें कि रामपुर में 27 जून को सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा था कि हिन्दुस्तान छह दशक के बाद अपने रास्ते से हट रहा है। हिन्दुस्तान के सियासतदां बैलेट के बजाय बुलेट का रास्ता अख्तियार करना चाहते हैं। अंजाम सामने है। कश्मीर, झारखण्ड, असम में औरतों ने फौज को मारा और महिला दहशतगर्द उनके निजी अंग काट कर ले गईं। यह इतना बड़ा संदेश है जिसपर पूरे हिन्दुस्तान को शर्मिन्दा होना चाहिए और सोचना चाहिए कि हम पूरी दुनिया को क्या मुंह दिखाएंगे।
Complaint registered against Azam Khan over anti-army remarks
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— ANI Digital (@ani_digital) July 1, 2017
आजम खान का यह बयान मीडिया में आते ही उनपर चैतरफा हमले शुरू हो गये। कथित तौर पर आजम खान पर भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप है। शिकायतकर्ता बीजेपी के मंत्री रहे शिव बहादुर सक्सेना के बेटे और बीजेपी नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी हैं। उन्होंने आजम खान के खिलाफ रामपुर के सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि आजम खान ने 27 जून को दिए अपने बयान से भारतीय सैनिकों का अपमान, विद्रोह का दुष्प्रेरण और राष्ट्रद्रोह किया है। शिकायत में आजम पर भारत की राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन लगाने का आरोप है और सेना के लिए आपत्तिजनक और घृणात्मक भाव दर्शाने का भी आरोप है.
बीजेपी नेता आकाश ने कथित विवादित बयान को भारतीय संविधान और भारतीय सेना की कार्यशैली के विरुद्ध और मनोबल गिराने वाला बताते हुए कहा है कि इससे जवानों को अपने कर्तव्यों से विचलित करने का प्रयास किया गया है। सक्सेना ने तहरीर की प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक को भी भेजी है। साथ ही कथित विवादित बयानों की सीडी भी पुलिस को उपलब्ध कराई है।
फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस के अनुसार मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, मामले की जांच करायी जा रही है।