नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट ने गन्ने के FRP (Fair and Remunerative Price, उचित और लाभकारी मूल्य) में बढ़ोत्तरी कर दी है। अब गन्ने पर FRP 290 रुपये प्रति क्विंटल होगा। पहले यह 285 रुपये प्रति क्विंटल था, यानी इसमें प्रति क्विंटल 5 रुपये की वृद्धि की गई है। दरअसल, गन्ने का FRP वह न्यूनतम मूल्य होता है, जिसपर चीनी मिलें किसानों से गन्ना खरीदती हैं।
सरकार के मुताबिक इस फैसले से 5 करोड़ गन्ना किसानों को फायदा होगा। इससे चीनी मिलों और इस काम से जुड़े अन्य लगभग 5 लाख मजदूरों को भी फायदा होगा।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021-22 के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) पांच रुपये बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
उन्होंने किसानों के बकाया को लेकर कहा कि अभी उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का 6399 करोड़ रूपये बकाया हैं जो पहले के मुकाबले करीब एक तिहाई है। 2017 से 2020 के बीच किसानों ने चीनी मिलों को जो गन्ना दिया था, अब उसका कोई पैसा बकाया नहीं है। उन्होंने बताया कि 2020-2021 में गन्ना किसानों को कुल भुगतान 90,000 से 91,000 करोड़ के बीच था। गन्ने का एफआपी बढ़ने से अगले साल गन्ना किसानों को करीब एक लाख करोड़ रुपये तक का भुगतान संभव हो सकेगा।