नई दिल्‍लीडिजिटल इंडिया की ओर यह एक बड़ा कदम है और इसे उठाया है देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैक भारतीय स्‍टेट बैंक (SBI) ने। डिजिटल इंडिया की अवधारणा को साकार करने के लिए एसबीआई ने के RTGS, NEFT और IMPS के लिए चार्ज खत्‍म कर दिया है। मतलब, अब एसबीआई की इन सेवाओं के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। बैंक के इस कदम का उद्देश्‍य ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को डिजिटल प्‍लेटफॉर्म से जोड़ना है। 

गौरतलब है कि YONO एप के जरिये NEFT और RTGS लेनदेन के साथ ही इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैकिंग के लिए चार्ज 1 जुलाई 2019 से ही समाप्‍त कर दिया गया है। IMPS के चार्ज इन सभी प्‍लेटफॉर्म के लिए 1 अगस्‍त 2019 से खत्‍म हो जाएंगे। ध्यान देने वाल बात यह है कि भारतीय स्टेट बैंक अपनी शाखा के जरिए NEFT और RTGS करने वाले लोगों के लिए चार्जेज पहले ही 20 प्रतिशत घटा चुका है। बैंक ने यह कदम डिजिटल ट्रांजैक्‍शन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है। यह कदम YONO, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। 

एसबीआई अब तक 10,000 रुपये तक के ट्रांसफर के लिए ढाई रुपये वसूलता था। 10,000 से 1 लाख रुपये तक के लिए NEFT चार्ज 5 रुपये है। 1 से 2 लाख रुपये तक के लिए चार्ज 15 रुपये और दो लाख रुपये से ऊपर के लिए 25 रुपये है। अगर RTGS की बात करें तो बैंक 5 रुपये से 50 रुपये तक वसूलता था। RTGS दो लाख रुपये से अधिक की रकम के लिए होता है।

गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी हाल ही की मौद्रिक नीति समीक्षा में RTGS और NEFT चार्ज 1 जुलाई से खत्‍म करने का निर्णय कनने के साथ ही देशके ससभी बैंकों को इसका पालन करने के निर्देश दिए थे।

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