IPOनयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की दो साधारण बीमा कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से सरकार करीब 15,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों ने आज यह जानकारी दी।

पांच सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों में से दो न्यू इंडिया एश्योरेंस (एनआईए) तथा जीआईसी री अगले कुछ सप्ताह में पूंजी बाजार में उतरने की तैयारी कर रही हैं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में बीमा कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 11,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

सूत्रों ने कहा कि मौजूदा बाजार परिस्थितयों में सरकार इन दो कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से आसानी से 15,000 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है। यह आईपीओ सरकार की चार सार्वजनिक क्षेत्र की गैर जीवन बीमा कंपनियों तथा राष्ट्रीय पुनर्बीमा कंपनी को सूचीबद्ध कराने की योजना का हिस्सा है। इन कंपनियों की सूचीबद्धता से सरकार को चालू वित्त वर्ष में 72,500 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।

जीआईसी री के मामले में सरकार 10.75 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी जबकि जीआईसी री आईपीओ मार्ग से खुद 1.7 करोड़ शेयरों की पेशकश करेगी। इस तरह कंपनी के 12.4 करोड़ शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश की जाएगी जो कंपनी की निर्गम बाद शेयर पूंजी के 14.22 प्रतिशत के बराबर है।

जहां तक न्यू इंडिया एश्योरेंस का मामला है सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी साधारण बीमा कंपनी में सरकार 9.6 करोड़ शेयर बेचेगी। कंपनी आईपीओ के जरिये खुद 2.4 करोड़ शेयर बिक्री के लिए रखेगी।

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