नयी दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह अपनी बीमारी और तीमारदारी को लेकर विवादों में हैं। लालू पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी खर्चे पर अपना इलाज करवाया। लालू यादव बीमार हुए तो सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों ने उनके बेटे के आवास पर रहकर उनका इलाज किया। बता दें कि लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव स्वास्थ्य विभाग के मंत्री हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बीमार हो गये। उनके इलाज के लिए सरकारी अस्पताल आईजीआईएमएस के चीफ डॉक्टर मरीजों को छोड़ उनके घर पहुंच गये। लालू के आवास 10 सर्कूलर रोड पर तीन डॉक्टर्स और दो पुरुष नर्स की तैनाती की गई। ये तैनाती 31 मई से 8 जून तक के लिए की गई। लालू की सेवा के लिए तीन मुख्य डॉक्टर और दो पुरुष नर्सों को उनकी देखभाल के लिए उनके घर में तैनात किया गया जिनमें लालू के लिए क्रिटिकल केयर और न्यूरों ओटी के लिए नर्सों को भी लगाया गया।
बीजेपी ने लालू पर साधा निशाना-
लालू के लिए सरकारी डॉक्टरों की तैनाती पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर लालू ज्यादा बीमार थे तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होना चाहिए था। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘नीतीश की हिम्मत नहीं है कि वह स्वास्थ्य मंत्री को बुलाकर इस बारे में पूछ भी लें।’ सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश को स्वास्थ्य मंत्री को बुलाकर डांटना चाहिए था। कहा-मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि बिहार की इमेज खराब खराब हो रही है। सीएम को चिंता होनी चाहिए कि ऐसी चीजों पर अंकुश कैसे रखें।
बीजेपी नेता ने कहा कि सरकारी खर्चे पर सरकारी डॉक्टरों से लालू यादव अपना इलाज करवा रहे हैं। यह ऐसे वक्त में हुआ, जब इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मरीजों का भारी दबाव है। स्वास्थ्य मंत्री अपने पिता के इलाज के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम को लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें जनता की परवाह नहीं है। बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बदतर हो चुके हैं, ऐंबुलेंस के अभाव में मृतकों को मोटरसाइकल पर ढोया जा रहा है, दवाओं की खरीद हुए सालों बीत गये।
इस मामले में आईजीआईएमएस अइस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक पी के सिन्हा ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री अध्यक्ष हैं। उनके घर पर एक सप्ताह से अधिक समय से 3 डक्टर्स और 2-मेल नर्सों की टीम काम कर रही हैं। हम नो नहीं कह सकते।