लखनऊ। उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार सुबह ग्लेशियर टूटने के बाद ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटने के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित विभागों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घटना पर नजर रखी जाए। गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सभी जिलों के डीएम और पुलिस कप्तानों को पूरी तरह सतर्क रहने के भी निर्देश दिए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड कंपनी को अलर्ट अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है।
राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को आपदा चेतावनी जारी की है। राहत आयुक्त ने कहा कि गंगा नदी बहाव क्षेत्र के जिलों को हाई अलर्ट पर रहने की आवश्यकता है और जल स्तर की निरंतर निगरानी जरूरी है। यदि आवश्यक हो तो लोगों को बाहर निकालने और सुरक्षित स्थान पर ले जाने के भी निर्देश दिए हैं।
गढ़मुक्तेश्वर और बिजनौर में खासतौर पर सतर्क रहने को कहा गया है।मंडावर और नांगल थाना क्षेत्र के गंगा किनारे बसे गांव में पुलिस अनाउंस करा कर गंगा की तरफ नहीं जाने की अपील कर रही है और सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
एसडीएम गढ़ विजय वर्धन ने बताया कि गंगा किनारे के गांवों को खाली कराया जा रहा है। गंगा किनारे से ग्रामीण हटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गंगा के टापू पर बसे गांव को खाली कराने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा एनडीआरएफ और पीएसी को बुला लिया जा रहा है। लेखपाल और कानूनगो को गांवों में भेज दिया गया है।