प्रयागराज। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते दायरे के बीच उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे आने में काफी विलंब हो सकता है। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन स्थगित हो गया है। इसके चलते प्रदेश भर के 275 केंद्रों पर 18 अप्रैल से लेकर दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य नहीं होगा। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने मंगलवार देर रात बोर्ड सचिव को मूल्यांकन कार्य रोकने का आदेश जारी किया।
यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बीते 16 मार्च से प्रदेश भर में एक साथ शुरू हुआ था। इसके लिए 1.47 लाख परीक्षक तैनात किए गए थे। यह कार्य 25 मार्च तक चलना था। राजकीय एवं एडेड माध्यमिक कॉलेजों के शिक्षक पहले दिन से ही मूल्यांकन कार्य फिलहाल स्थगित करने की मांग कर रहे थे। वहीं मूल्यांकन केंद्रों पर अपेक्षित परीक्षक नहीं पहुंच रहे थे। साथ ही कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए गाइड लाइन जारी की गई थी लेकिन उसका कई जिलों में पालन नहीं हो पा रहा था। ऐसे में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने निर्णय किया कि बुधवार से दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य स्थगित रहेगा।
यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि सभी जिलों को मूल्यांकन रोकने का निर्देश तत्काल भेजा जा रहा है। मूल्यांकन आगे कब शुरू होगा उसकी तारीख अभी तय नहीं है। उस संबंध में अलग से निर्देश दिया जाएगा।
जाहिर है कि ऐसे में परीक्षा परिणाम आने में विलंब होना तय है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस बार बोर्ड परीक्षा का परिणाम 24 अप्रैल को घोषित होना था।