नई दिल्ली। आयकर विभाग ने उत्तर भारत के एक पान मसाला उत्पादन समूह पर छापेमारी में 400 करोड़ रुपये से अधिक का बेनामी लेनदेन पकड़ा है। आयकर की कई टीमों ने गुरुवार को कानपुर, उरई, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और कोलकाता में कंपनी के 31 परिसरों में छापेमारी की। यह समूह रियल स्टेट का धंधा भी करता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT, सीबीडीटी) ने शुक्रवार को समूह के नाम का खुलासा किए बिना कहा, ”शुरुआती आंकड़े 400 करोड़ रुपये से अधिक के बेनामी लेनदेन की ओर इशारा कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि सीबीडीटी ही आयकर विभाग के लिए पॉलिसी तैयार करता है।सीबीडीटी की ओर से आगे कहा गया है, ”समूह पान मसाला की बेनामी बिक्री और रियल स्टेट के बेनामी कारोबार से बड़ी रकम अर्जित कर रहा है।… यहां मुखौटा कंपनियों के माध्यम से पैसा वापस लाया जाता था।” सीबीडीटी की ओर से बताया गया है कि छापेमारी के दौरान 52 लाख रुपये की नकदी और 7 किलो सोना भी बरामद किया गया। कार्रवाई में कागजों में मौजूद कंपनियों के ऐसे नेटवर्क का पता चला जिनके निदेशकों के पास कोई आर्थिक साधन नहीं है। इन कंपनियों ने रियल स्टेट समूह को तीन साल में 266 करोड़ रुपये का कथित लोन और एडवांस दिया। बयान में कहा गया है, “जांच में 115 मुखौटा कपनियों का नेटवर्क पाया गया है।”
हालांकि सूत्रों के अनुसार, आयकर टीमों ने कानपुर में पान मसाला निर्माताओं के स्वरूप नगर स्थित आवास के साथ कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के किदवई नगर, काकादेव, पांडु नगर, रतनलाल नगर स्थित घरों पर छापे मारे। इसके अलावा एक्सप्रेस रोड स्थित कारोबारी प्रतिष्ठान व पनकी स्थित तीन फैक्ट्रियों में भी जांच की। उरई में भी एक प्रतिष्ठान में छापे मारे गए। दिल्ली में कंपनी के मालिक के घर के अलावा अधिकारियों के घर व अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर सात स्थानों पर जांच की गई। नोएडा में भी दो जगह छापेमारी हुई।