नई दिल्ली। (Indo-China border dispute) केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख की चीन से लगती सीमा पर दोनों देशोंके बीच एक बार फिर विवाद गहरा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वहां गालवन नदी के किनारे चीनी सेना को देखा गया है। इसके देखते हुए भारत ने भी यहां सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। यहां पहले भी दोनों देशों के बीच विवाद होता रहा है लेकिन इस बार चीन ने कहा है कि यह तनाव भारत ने शुरू किया है लेकिन हम मानते हैं कि यहां दोकलम जैसे हालात नहीं बनेंगे। इस बीच भारत के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी माना है लद्दाख में चीन की ओर से असामान्य गतिविधियां हुई थीं।

 गौरतलब है कि बीती 9 मई को उत्तरी सिक्किम के नाकूला सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों में झड़प हो गई थी। इसी दौरान लद्दाख में एलएसी (Line of actual control) के पास चीनी सेना के हेलिकॉप्टर भी देखे हए थे जिस पर भारत ने सुखोई आदि विमानों से पैट्रोलिंग शुरू की है। बीते दिनों में इस क्षेत्र में चीन की सैन्य गतिविधियां भी बढ़ी हैं। इसे देखते हुए भारत ने भी इस क्षेत्र में सैन्य तैनाती बढ़ा दी है। 

गालवन नदी क्षेत्र भारत-चीन के बीच हुए साल 1962 के युद्ध में भी महत्वपूर्ण रहा था। यहां भारतीय सेना का एक पोस्ट था जिसे चीनी सेना ने घेर लिया था जिसके बाद शुरू हुई झड़प जंग में बदल गई थी। 

लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिक तैनात

चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि गालवन घाटी से समीप चीनी सीमा की रक्षा के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी  (पीएलए) ने बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया है। ग्लोबल टाइम्स ने चीनी के एक सूत्र के हवाले से लिखा कि इस क्षेत्र में भारतीय सैनिक गश्ती के लिए आते जिन्हें रोकने के लिए यह तैनाती की गई है।

चीन ने भारत पर लगाए आरोप

रिपोर्ट में चीन ने दावा किया कि गालवन घाटी पर उसका अधिकार है। इस क्षेत्र में भारत सामरिक ठिकाने बनाकर नियंत्रण रेखा पर एकतरफा बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, सच्चाई यह है कि चीनी सेना आए दिन भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर रही है। इस क्षेत्र में चीन ने अपनी सेना की उपस्थिति को काफी मजबूत बना लिया है।

हवाई सीमा उल्लंघन पर भारत की नजर

भारत के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने लद्दाख में चीन की ओर से हवाई सीमा के उल्लंघन की घटना पर कहा कि वहां असामान्य गतिविधियां हुई थीं। ऐसी घटनाओं पर हम नजर रखते हैं और जरूरी कार्रवाई भी करते हैं। ऐसे मामलों में ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं। 9 मई को नॉर्थ सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। उसी दौरान लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन की सेना के हेलिकॉप्टर देखे गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने भी सुखोई समेत दूसरे लड़ाकू विमानों से पैट्रोलिंग शुरू कर दी।

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