रांची। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ बोल रहे लोगों को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को कड़ा संदेश दिया। कहा, “घुसपैठियों को भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है। भले ही इंदिरा गांधी ने कठमुल्लों के आगे घुटने टेक दिए लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं झुकने वाले। मोदी सरकार नागरिकता संशोधन कानून सोच-विचार कर लायी है। ”
गिरिराज ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि सन् 1971 में बांग्लादेश बनने के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कहा था कि भारत की आबादी विस्फोटक है। हम किसी कीमत पर दूसरों को अपने देश में जगह नहीं दे सकते जबकि अब राहुल गांधी इन बांगलादेशी घुसपैठियों के हमदर्द बने फिर रहे हैं। अगर राहुल गांधी को इन घुसपैठियों को बाहर करने से इतनी ही तकलीफ हो रही है तो उन्हें इटली ले जाकर इटालियन नागरिकता दिला दें।
राहुल पर साधा निशाना
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। जो काम मुगलों और अंग्रजों ने नहीं किया, वह राहुल गांधी, ओवैसी और टुकड़े-टुकड़े गैंग कर रहे हैं। कांग्रेस की दोगले नीति के कारण देश को भ्रम में डालने का काम हो रहा है। कहा, “एक बार पहले ही राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट में राफेल मामले में माफी मांग चुके हैं, अब फिर से वे झूठ बोलकर लोगों को बहकाने में लगे हैं। अब उन्हें जनता से इस मामले में माफी मांगनी होगी। स्वयं कांग्रेस ने लोकसभा में जवाब दिया था कि देश में तीन जगह डिटेंशन सेंटर हैं।”
गिरिराज ने कहा कि पाकिस्तान अब लियाकत पैक्ट से भाग रहा है। पाकिस्तान में केवल 40 मंदिर बचे हैं। एनपीआर पहली बार नहीं हुआ है। डंके की चोट पर कहता हूं कि भारत के मुसलमानों को नागरिकता कानून से कोई तकलीफ नहीं होगी।
उन्होंने गांधी परिवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग महात्मा गांधी के आदर्श की बात करते हैं। “गांधी” तो चुरा लिया पर गांधी ने प्रार्थना सभा में 12 जुलाई 1947 को कहा था कि जिन लोगों को पाकिस्तान से भगाया गया है उन्हें पता होना चाहिए कि वे पूरे भारत के नागरिक थे। भारत की सेवा करने और भारत की महिमा से जुड़ने के लिए पैदा हुए थे, अगर आते हैं तो वही व्यवहार, वही सम्मान मिले।
गिरिराज ने कहा कि कोई भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर किसी के साथ भेदभाव करने का आरोप नहीं लगा सकता। कोई माई का लाल कह दे कि हमने उज्ज्वला और शौचालय आवंटन में हिंदू-मुसलमान किया। हमने डीबीटी से बांटे गए नौ लाख करोड़ रुपये में भी कोई भेदभाव नहीं किया। किसी से धर्म पूछकर कोई काम नहीं किया।
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक का जिक्र करते हुए कहा, “मैं आरएसएस का हूं, जो बोलता हूं खरा बोलता हूं। 70 साल से जिन हिंदू-सिख-जैन और ईसाइयों को पाकिस्तान में यातनाएं दी गई हैं, उनके लिए सरकार गंभीर प्रयास कर रही है तो टुकड़े-टुकड़े गैंग को तकलीफ हो रही है, देश के मुसलमानों को नहीं। …1971 में इंदिरा गांधी ने कहा था कि हमारी आबादी विस्फोटक है। हम दूसरों के लिए जगह नहीं दे सकते लेकिन उन्होंने कठमुल्लों के आगे घुटने टेक दिए। हमने जो कदम उठाया है, उस पर खड़े हैं और अड़े हैं।”
मुसलमान ओवैसी के बहकावे में न आएं
गिरिराज ने मुसलमानों को चेताया कि वे ओवैसी के बहकावे में न आएं। ओवैसी का भाई 15 मिनट में हिंदुओं के सफाये की बात करता है और ओवैसी कानून की बात कर रहे हैं। हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि भारत घुसपैठियों का धर्मशाला नहीं है। हम और घुसपैठियों का भार नहीं झेल सकते।