अयोध्या। श्रीराम मंदिर के निर्माण की उलटी गिनती के बीच शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा गया। शिलान्यास की तारीख पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) लेगा। बैठक में राम मंदिर के स्वरूप पर भी चर्चा हुई। मदिर के नक्शे में भी कुछ बदलाव किया गया है। राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा। तीन की बजाय अब पांच गुंबद बनाए जाएंगे।।

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अयोध्या में हुई पहली बैठक में कई अहम फैसले लिये गए। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास की तारीख तय कर ली है। इसके लिए 3 और 5 अगस्त की तारीख तय करने के बाद प्रस्ताव पीएमओ को भेजा गया। अब इस पर अंतिम फैसला पीएमओ लेगा। इसके साथ ही राम मंदिर के नक्शे में बदलाव का भी फैसला किया गया है। 

बैठक ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में करीब ढाई घंटे तक चली। बैठक के बाद महंत नृत्य गोपाल दास बिना मीडिया से बात करे ही अयोध्या सर्किट हाऊस से मणिराम छावनी के लिए रवाना हो गए। 

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिषद की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन में आने पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निवेदन किया गया है। स्वयं ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास जी ने निवेदन किया है लेकिन अंतिम फैसला तो प्रधानमंत्री मोदी को ही करना है।

उन्होंने कहा कि देश में अभी सीमा पर तनाव के साथ और कई मामले चल रहें हैं। भूमिपूजन की तारीख हमने तय करके प्रधानमंत्री कार्यालय भेज दी है। अब तो अंतिम फैसला पीएम ऑफिस ही लेगा। चंपत राय ने कहा कि यहां पर सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है। मंदिर बनाने में धन कि कमी नहीं होगी। मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे।

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