नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतो की बैठक से ठीक पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है। अंसारी ने कहा, “इस तरह की बैठक से कोई ऐतराज नहीं है। राजनीति करने के लिए बहुत सी बैठक की जाती हैं। राम मंदिर पर फैसला संत नहीं सुप्रीम कोर्ट करेगा। लेकिन, संत जहां हों, वहां शांति होनी चाहिए। इस तरह की बैठक बाहर नहीं होनी चाहिए।“
दरअसल, राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बयान दिया था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया पर काम करना केंद्र सरकार चौथे चरण में 2024 में शुरू करेगी। इसके अलावा अयोध्या के मणिराम दास छावनी में राम मंदिर को लेकर श्री राम जन्मभूमि न्यास की बैठक भी होने जा रही है। इस बैठक में विहिप और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी शामिल होंगे। न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में यह बैठक आज (सोमवार) दोपहर 3 बजे बैठक शुरू होगी। इस बैठक में राम मंदिर के अलाव धारा 370 और जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी चर्चा होगी।