लॉस एंजिलिस। इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी ने नई दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश रची थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को यह सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा, “सुलेमानी ने अपने पागलपन में निर्दोष लोगों की हत्या की, नई दिल्ली और लंदन में आतंकी हमलों की साजिश रची।” हालांकि भारत में किस आतंकी साजिश का वह जिक्र कर रहे थे, इसके बारे में उन्होंने नहीं बताया।
सुलेमानी को मारने के लिए मिसाइल हमले का आदेश देने के संबंध में ट्रंप ने कहा, “आज हम सुलेमानी के अत्याचारों के शिकार हुए लोगों को याद करते हैं और सम्मानित करते हैं और हमें यह जानकर सुकून मिलता है कि उनका आतंकराज अब खत्म हो गया है।” माना जा रहा है कि ट्रंप 2012 में भारत में इजरायली राजनयिक की पत्नी की कार पर हुए बम हमले का उल्लेख कर रहे थे। 13 फरवरी 2012 को कार में चुंबक के सहारे बम लगाकर किए गए हमले में ताल येहोशुआ कोरेन घायल हो गई थीं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी। इसके अलावा उनका चालक तथा पास खड़े दो और लोग भी घायल हो गए थे।
नेतन्याहू ने जताई थी ईरान का हाथ होने की आशंका
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि हमले के पीछे ईरान का हाथ है और इसी तकनीक का उपयोग कर जॉर्जिया में भी हमले की कोशिश की गई थी। गौरतलब है कि यह मामला अब तक सुलझ नहीं सका है और भारत की ओर से इस मामले में ईरान का हाथ होने की बात नहीं कही गई है।
परमाणु वैज्ञानिक की हत्या के जवाब में किया हमला
वर्ष 2012 की खबरों के मुताबिक ईरान ने वह हमला तेहरान में उसके परमाणु वैज्ञानिक की हत्या कथित रूप से इजरायल ने की थी। भारत के एक पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी को उसी साल छह मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उस पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत रखा गया। उसे उसी साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने विदेश नहीं जाने की शर्त पर जमानत दे दी थी।