बरेली। (अनुवंदना माहेश्वरी) उत्तर प्रदेश में समाजवादी कुनबे में वर्चस्व की जंग सत्ता के महाभारत में बदल गयी है। पहले मुलायम सिंह यादव और बाद में अखिलेश यादव द्वारा विधान सभा प्रत्याशियों की अपनी-अपनी सूची जारी करने से पार्टी दो धड़ों में बंटती दिखायी देने लगी है। हालांकि अखिलेश या मुलायम किसी ने स्पष्ट तौर पर ऐसे कोई वक्तव्य नहीं दिया है लेकिन मिल रहे संकेत इसी दिशा में इशारा कर रहे हैं। अगर पार्टी दो हिस्सों में बंट जाती है तो एक और लड़ाई का जन्म होगा और वो होगा पार्टी के नाम (समाजवादी पार्टी) और सिम्बल यानि साइकिल के लिए। इसके लिए दोनों के पास चुनाव आयोग जाने के सिवाय दूसरा रास्ता नहीं होगा।

जीन्यूज ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि पार्टी के अंदर घमासान अब निर्णायक मोड़ पर है। उसने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि एसपी का मुद्दा अब चुनाव आयोग पहुंच सकता है। अखिलेश और मुलायम के गुट पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा कर सकते हैं। अखिलेश की तरफ से रामगोपाल दावा कर सकते हैं तो मुलामय की तरफ से दावा अमर सिंह कर सकते हैं। वहीं, मुलायम सिंह ने इस बाबत अमर सिंह से बात की है। बताया जा रहा है कि मुलामय ने अमर सिंह को लंदन से वापस बुलाया है और उनके आज शाम तक लंदन से वापस लौटने की संभावना है।

गौरतलब है कि अपने बेटे अखिलेश यादव को हाशिये पर डालते हुए उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने दो दिन पूर्व 403 सदस्यीय आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 325 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी और किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर दिया। इस फेहरिस्त में जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई करीबी मंत्रियों के टिकट काट दिये गये थे, वहीं कई ऐसे नाम भी शामिल हैं जिन पर अखिलेश को ऐतराज था। मुलायम सिंह यादव द्वारा अपने भाई और पार्टी की प्रदेश ईकाई के प्रमुख शिवपाल के साथ मिलकर की गई इस घोषणा के बाद अखिलेश साफ तौर पर नाराज नजर आए। अखिलेश जहां पार्टी में अपराधियों की इंट्री बंद करना चाहते हैं तो वहीं मुलायम ने मुख्यमंत्री की आपत्ति को दरकिनार कर
जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के भाई सिगबतुल्लाह अंसारी और हत्या समेत 40 से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहे अतीक अहमद को टिकट दे दिया।

आपत्तिजनक नामों को शामिल करने और अपने चहेतों के नाम कटने से नाराज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को 235 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर बगावत का झण्डा बुलन्द कर दिया। हालांकि दोनों ही सूचियों में काफी हद तक समानता है। इसके कुछ ही देर बाद प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने गुरुवार देर रात 68 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। उम्मीद है कि अखिलेश आज उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकते हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने पार्टी के उन विधायकों और अपने वफादार नेताओं के साथ बैठक की जिन्हें टिकट नहीं दिया गया।

 

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