Black woman in handcuffs

लखनऊ। बच्चों (पांच से 16 वर्ष तक की उम्र) के यौन शोषण के मामले में मुख्य आरोपित उत्तर प्रदेश सिंचाईं विभाग के अवर अभियंता (Junior engineer)  रामभवन को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार को जिला न्यायालय में पेश किया गया। वह चित्रकूट का रहने वाला है।

सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक, रामभवन पर उत्तर प्रदेश के चित्रकूट और बांदा समेत आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण का आरोप है। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि वह करीब 10 वर्ष से अधिक  समय से मासूमों का उत्पीडऩ पर रहा था। 

सीबीआइ की टीमों ने चित्रकूट में रामभवन और उसके साथियों के आवास की तलाशी ली, जहां से करीब आठ लाख रुपये नकद, 12 मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब कैमरा, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड और सेक्स खिलौने (Sex toys) बरामद हुए। आरोपितों ने कथित तौर पर पांच से 16 वर्ष की उम्र के बच्चों को लुभाने के लिए इस इलेक्ट्रॉनिक सामान और गैजेट्स का इस्तेमाल किया। 

आरोप है कि रामभवन अपने विभाग के काम के अलावा कथित तौर पर ऑनलाइन वीडियो और फोटोग्राफ की बिक्री भी करता था। बाल यौन शोषण सामग्री वाली इन तस्वीरों और वीडियो फिल्मों को आरोपितों ने इंटरनेट की सुविधा का उपयोग करके प्रकाशित-प्रसारित किया था। यह भी आरोप है कि रामभवन ने अन्य व्यक्तियों के साथ इस तरह की सामग्री की बिक्री, प्रसारण और साझाकरण के लिए डार्कवेब का उपयोग किया।  इतना इनपुट मिलने के बाद सीबीआइ की टीम तहकीकात में लग गई। सीबीआइ ने जांच में मामला पकड़ में आने के बाद उसको अपनी गिरफ्त में लिया है। रामभवन और उसके साथियों के खिलाफ चित्रकूट में मामला दर्ज किया गया था।

रामभवन के ई-मेल की जांच से पता चला है कि वह बाल यौन शोषण सामग्री साझा करने के उद्देश्य से कथित तौर पर कई व्यक्तियों (भारतीय और विदेशी नागरिकों) के साथ लगातार संपर्क में था। इसके लिए उसने इंटरनेट पर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म और वेबसाइटों का उपयोग करते हुए डार्कनेट आदि के माध्यम से कथित तौर पर बाल यौन उत्पीडऩ सामग्री को भारी मात्रा में बनाया और साझा किया है। 

गौरतलब है कि सीबीआइ ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण और शोषण से संबंधित मामलों के लिए नई दिल्ली में एक विशेष इकाई ऑनलाइन बाल यौन शोषण और शोषण निवारण/जांच (ओसीएसएई) बनाई गई है। यहां पर विभिन्न संदर्भ की जानकारी प्राप्त करने के अलावा यूनिट ऑनलाइन बाल यौन शोषण और शोषण से संबंधित विभिन्न अपराधों की जांच होती है।

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