जुनैद खान की कई मामलों में तलाश थी। वह मध्य कश्मीर में भी आतंकी गतिविधियों की जिम्मेदारी संभालता था। एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद वह 2018 में आतंकी बन गया था।
श्रीनगर। (Hizbul Mujahideen divisional commander Junaid Khan killed)। कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में सुरक्षाबलों को मंगलवार को एक और बड़ी सफलता मिली है। नवाकदल में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। इनमें से एक अलगाववादी गुट हुर्रियत के चेयरमैन मोहम्मद अशरफ खान का छोटा बेटा जुनैद खान था जो खूंखार आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का डिवीजनल कमांडर था। दूसरा आतंकवादी तारिक अहमद शेख पुलवामा का रहना वाला था। मुठभेड़ खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
दिलबाग सिंह ने बताया कि जुनैद की कई मामलों में तलाश थी। वह मध्य कश्मीर में भी आतंकी गतिविधियों की जिम्मेदारी संभालता था। एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद वह 2018 में आतंकी बना था। दूसरा आतंकी तारिक इसी साल मार्च में हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। दोनों श्रीनगर के नवाकदल में सोमवार रात से चल रही मुठभेड़ में मारे गए। मौके से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की गोलीबारी में सीआरपीएफ का एक जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक कर्मचारी जख्मी हुआ है। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सोमवार रात को पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ देर रात करीब दो बजे शुरू हुई और उसके बाद करीब पांच घंटे तक कोई गोली नहीं चली। इसके बाद सुबह करीब आठ बजे एक बार फिर मुठभेड़ शुरू हो हुई। उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर शहर में बीएसएनएल पोस्टपेड सेवा को छोड़ कर सभी मोबाइल इंटरनेट और सभी मोबाइल फोन सेवाएं बंद कर दी गई हैं।