रामपुर। जमीनों पर कब्जे के आरोप में फंसे और अब सरकारी तौर पर भू-माफिया घोषित किए जा चुके रामपुर से सपा सांसद आजम खां के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने का सिलसिला जारी है। अजीमनगर थाना पुलिस ने 10 और किसानों की शिकायत पर आजम खां के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। इससे पहले 12 किसानों की ओर से मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इस तरह अब तक 22 किसानों की ओर से आजम खां के खिलाफ भूमि कब्जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। ये सभी मुकदमे आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी के पास के गांव आलियागंज के किसानों ने दर्ज कराए हैं।
किसानों का आरोप है कि करीब 15 साल पहले आजम खां ने उनकी जमीन का बैनामा यूनिवर्सिटी के पक्ष में करने का दबाव बनाया था। मना करने पर जबरन उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और उसे यूनिवर्सिटी की बाउंड्री में मिला लिया। जब वे अपनी जमीन जोतने गए तो उन्हें डरा-धमकाकर और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया गया। आजम खां के इशारे पर पूर्व सीओ आले हसन खां ने उन्हें जबरन हवालात में बंद रखा था। साथ ही चरस और अफीम के झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी थी।
अजीमनगर थाना प्रभारी राजीव चौधरी ने इस बात की पुष्टि की कि 10 और किसानों की तहरीर पर आजम खां और आले हसन के खिलाफ बिभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
आपको याद होगा कि आलियागंज गांव के 26 किसानों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर जमीन कब्जाने की शिकायत की थी। इसकी जांच कराई। जांच के बाद राजस्व कानूनगो की ओर से अजीमनगर थाने में सांसद आजम खां और पूर्व सीओ आले हसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इससे पहले नदी की जमीन कब्जाने के आरोप में भी मुकदमा हुआ था। इसके बाद किसानों की ओर से अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं।
आजम खां ने ये कहा
“मेरे खिलाफ दर्ज कराए जा रहे सारे मुकदमे
फर्जी हैं। यह हमारे खिलाफ सरकार और प्रशासन द्वारा रची गई गहरी साजिश है। हमने जौहर यूनिवर्सिटी के लिए एक-एक इंच जमीन
नियमानुसार खरीदी है। जिन किसानों से मुकदमे कराए जा रहे हैं, उनसे हमने 14 साल पहले जमीन का बैनामा कराया। चेक से भुगतान किया। हमने गरीब और कमजोर लोगों
के बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए यूनिवर्सिटी और स्कूल खुलवाए।”-आजम खां, रामपुर से सपा सांसद