नई दिल्ली। कोरोना वायरस की “मारक क्षमता” कितनी अधिक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना
Indian Army ने अपनी कई गतिविधियां अगले आदेश तक रोक दी हैं। भारतीय सेना ने अपने कर्मचारियों और संरचनाओं को लॉकडाउन-2 के अनुपालन के बाबत विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। सेना के अधिकारियों के मुताबिक, सभी सैन्य प्रतिष्ठान, छावनी, गठन मुख्यालय और इकाइयां 19 अप्रैल तक सख्त आदेश “नो मूवमेंट” का पालन करेंगे और केवल आवश्यक सेवाओं के प्रावधान से जुड़े कर्मचारियों को ही इस अवधि में स्थानांतरित करने की अनुमति दी जाएगी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 3 मई 2020 तक लॉकडाउन के आदेश दिए हैं।

निर्देशों के अनुसार, 19 अप्रैल तक भारतीय सेना मुख्यालय (मुख्यालय) के भीतर कार्य होगा। इसके अलावा केवल सैन्य संचालन, सैन्य खुफिया, परिचालन रसद और सामरिक आंदोलन शाखा का संचालन और COVID-19 संबंधित कार्य होंगे। हालांकि, इन शाखाओं के भीतर रहने और शक्ति की अवधि न्यूनतम रहेगी। शेष शाखाएं घर से काम करेंगी और किसी भी विशिष्ट कार्य को मामले के आधार पर संभाला जा सकेगा।

कमान मुख्यालय के भीतर, केवल जनशक्ति, रसद और संचालन शाखा स्केलेटल कर्मचारियों के साथ काम करेगी, उत्तरी और पूर्वी कमान को छोड़कर, जहां इसके अलावा खुफिया शाखा भी कार्य करेगी। 19 अप्रैल से 3 मई तक, सेना मुख्यालय, कमान मुख्यालय और गठन मुख्यालय में 50 प्रतिशत कामकाज शुरू हो सकता है।

महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) कोविड-19 को एक मजबूत टक्कर देने के लिए पूरी ताकत से कार्य करना जारी रखेगा। सभी चिकित्सा प्रतिष्ठान और अस्पताल पूरी ताकत से कार्य करते रहेंगे। सभी प्रशिक्षण गतिविधियों और अस्थायी कर्तव्यों को 3 मई तक निलंबित कर दिया जाएगा। 3 मई के बाद किसी भी तरह के कार्य के लिए सरकार से नए आदेश प्राप्त होने का इंतजार रहेगा।

निर्देशों के अनुसार, सभी सामाजिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक समारोहों को 3 मई तक निलंबित किया जा सकता है। किसी भी धार्मिक मंडली, रेजीमेंटल या औपचारिक कार्यों की अनुमति नहीं होगी।

 

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