One week old locusts start forming bands and hopping towards culitivated land where if they are not sprayed will fully mature and start demolishing crops, outside Pyramid Hill, a town in the north of the state of Victoria, Australia on Friday, Nov. 5, 2010. Photographer: Carla Gottgens/Bloomberg News

नई दिल्ली। पाकिस्तान से आए टिड्डी दलों ने खासौतर पर किसानों की चिंता बढ़ा दी है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल यानि कुल नौ राज्यों पर इनका बड़ा खतरा मंडरा रहा है। हालांकि उत्तर प्रदेश के झांसी में भी टिड्डियां फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद प्रशासन और किसान अलर्ट पर हैं। टिड्डियों के इन दलों को मानसून से पहले तक खत्म करने की तैयारी है क्योंकि उस समय खरीफ की फसल तैयार होगी और ये उसको भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

केंद्र सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन (Locust warning organization या
Lwo) ने बताया है कि ये टिड्डियां आने वाले महीनों में किसानों के आगे बड़ा खतरा उत्पन्न करेंगी। इन्हें मानसून से पहले तक खत्म करना जरूरी है क्योंकि ऐसा नहीं करने पर फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। ये टिड्डियां राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में 303 जगहों पर 47 हजार 308 हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा चुकी हैं। 

टिड्डियों का एक दल बुधवार को उत्तर प्रदेश के झांसी पहुंच गया। झांसी मंडल के कृषि उप निदेशक कमल कटियार ने कहा कि इन टिड्डियों को भगाने की कोशिश की जा रही है। कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है। डीजे और बर्तनों से शोर भी किया जा रहा है ताकि इन्हें भगाया जा सके। टिड्डियों ने यहां एक किलोमीटर के क्षेत्र को कब्जाया हुआ है। उत्तर प्रदेश के ही ललितपुर, मथुरा और कानपुर देहात

राजस्थान में ड्रोन की मदद से कीटनाशक का छिड़काव 

राजस्थान में हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि कृषि विभाग ने जयपुर में टिड्डियों के दल पर नियंत्रण पाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया है। इसके लिए बकायदा उन्होंने ड्रोन की मदद ली है। दमकल विभाग ने 89 गाड़ियों से भी छिड़काव की तैयारी की गई है। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने टिड्डियों से निपटने के लिए 120 सर्वेक्षण वाहन और 810 ट्रैक्टर तैयार किए हैं जिनसे दवा का छिड़काव किया जाएगा। 

महाराष्ट्र में फसलों को किया भारी नुकसान

टिड्डियों के कुछ दल महराष्ट्र के नागपुर में पहुंच गए हैं। इनके रामटेक शहर की ओर बढ़ने की संभावना है। टिड्डियों का 17 किमी के इलाके में फैला विशाल समूह पहले नागपुर के कोटल के फेत्र और खानगांव के खेतों में घुसा। इसके बाद टिड्डियों ने वर्धा में संतरे और सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचाया।

राजनांदगांव में 20 ट्रैक्टर स्प्रेयर की व्यवस्था की गई

Lwo ने चेतावनी दी है कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में लाखों की संख्या में टिड्डियां आ सकती हैं। इस हमले के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। किसानों को इनसे बचने के लिए उपाय बताए जा रहे हैं। जिला स्तरीय दल गठित किए गए हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि किसानों से चर्चा कर 20 ट्रैक्टर स्प्रेयर की व्यवस्था की जा रही है।

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