प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उनका शव सोमवार को अल्लापुर में बांघबरी गद्दी मठ के कमरे में फंदे से लटका मिला। पुलिस टीम और आइजी रेंज केपी सिंह मौके पर पहुंच गए हैं। उनके अनुसार फिलहाल यह फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला लग रहा है। फोरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है।
संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरु आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा है। आनंद गिरि को अखाड़ा परिषद और मठ बाघंबरी गद्दी के पदाधिकारी के पद से निष्कासित कर दिया गया था। उस समय दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। नरेंद्र गिरि ने कहा था कि आनंद गिरि माफी मांगे तब उनके बारे में कुछ सोचा जा सकता है। बाद में आनंद गिरि ने माफी मांग ली लेकिन उनका निष्कासन वापस नहीं किया गया।
महंत नरेंद्र गिरि पिछले का करीब दो दशक से साधु-संतों के बीच अहम स्थान था। प्रयागराज आगमन पर बडे़ नेता हों या फिर आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, वे उनसे आशीर्वाद लेने और लेटे हनुमान जी का दर्शन करने जरूर जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बांघबरी मठ आते रहते हैं।