बदायूं। जनपद की तहसील सहसवान में 2012 में सहसवान बीडीओ रहे और वर्तमान में रायबरेली में मनरेगा उपायुक्त जेपी कुशवाहा को यौन उत्पीड़न मामले में रायबरेली से गिरफ्तार करके बदायूं लाया गया है। उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
ज्ञात रहे कि जेपी कुशवाह पर जनवरी 2023 में थाने में पंचायत विभाग बदायूं की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था। दर्ज मुकदमे में पंचायत विभाग बदायूं में तैनात चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी को शादी का झांसा देकर उन्होंने यौन शोषण करने की बात कही गई थी।
घटना के समय वे आवास विकास में किराए के मकान में रहने वाले उपायुक्त से उनका परिचय हुआ था। उस समय जेपी कुशवाहा सहसवान ब्लाक में वीडियो के पद पर तैनात थे। दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि लगातार यौन शोषण करने के बाद वे शादी से मुकर गये। पीड़िता ने इस मामले की तहरीर सिविल लाइन थाने में 17 जनवरी 2023 को तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने उपायुक्त पर यौन शोषण और उनके दो साथियों पर जान माल की धमकी देने की बात कही थी। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।
यह मामला घटना से 11 साल बाद दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी के खिलाफ विवेचना शुरू हो गई। विवेचना में पुलिस को आरोपी के गिरफ्तारी की आवश्यकता हुई और पुलिस रायबरेली से आरोपी जीपी कुशवाहा को गिरफ्तार कर बदायूं ले आई। पुलिस ने मेडीकल परीक्षण के बाद आरोपी को न्यायालय पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
आरोपी ने स्वयं को निर्दोष बताया है। आरोपी का कहना है कि ऐसी कोई घटना ही नहीं हुई है अगर कोई घटना हुई होती तो 11 साल तब पीडिता ने इस घटना के बारे में कोई कारवाई क्यों नहीं की। उसे किसी साजिश के तहत फंसाया गया है।