मुरादाबाद। अदालत में मोबाइल फोन की घंटी बजना कुंदरकी से सपा विधायक हाजी रिजवान को बहुत भारी पड़ा। इस गलती का खामियाजा उन्हें कोर्ट कस्टडी में रहने के तौर पर भुगतना पड़ा। अदालत ने तीन घंटे हिरासत में रखने के बाद उन्हें रिहा किया।

एडीजे-दो कोर्ट ने 12 साल पुराने एक मामले में कुंदरकी के विधायक हाजी रिजवान को शनिवार को तलब किया था। उन पर अप्रैल  2007 में वोट डालने का विरोध करने का आरोप है। वादी ने रिजवान समेत कई लोगों पर वोट डालने से रोकने के लिए लाठी-डंडों से मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था। संगीन धाराओं में आरोपी रिजवन 2008 से हाई कोर्ट से जमानत पर हैं।  जमानत की अवधि बीतने पर अदालत ने उन्हें जवाब देने के लिए तलब किया था। शनिवार को जब सुनवाई चल रही थी तभी उनके मोबाइल फोन की घंटी घनघना गई। इससे नाराज अदालत ने रिजवान को  को हिरासत में लेने के आदेश दिए। तीन घंटे बाद उन्हें रिहा किया गया।

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