लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को जिला जेल में बंद गैंगरेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति से मुलाकात की। मुलायम को देखकर गायत्री प्रजापति फफक पड़े। बोले-जल्दी बाहर निकालिये, जेल में बहुत परेशान किया जा रहा है। मलायम सिंह वहां करीब सवा घंटे रहे। जेल से बाहर आकर मुलायम सिंह ने कहा कि गायत्री को पुलिस ने फर्जी मामले में फंसाया है।
उन्होंने कहा कि जेल अधिकारी गायत्री को घरवालों से मिलने नहीं दे रहे हैं,उसका उत्पीड़न कर रहे हैं। गायत्री के लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी सुलखान सिंह से मिलेंगे। जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। मुलायम ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी को लखनऊ विश्वविद्यालय में काला झंडा दिखाने के आरोप में भेजे गए छात्रों को जेल में परेशान किया जा रहा है।
मुलायम ने कहा कि पुलिस ने जिस गैंगरेप के आरोप में गायत्री को जेल भेजा, वह मामला बिल्कुल फर्जी है। पुलिस की चार्जशीट में आरोप लगाने वाली महिला व उसकी बेटी ने बयान में कहा कि वे गायत्री को नहीं जानती है। गैंगरेप के वक्त गायत्री, अन्य आरोपियों और महिला की लोकेशन अलग-अलग है। ऐसे में पुलिस ने फर्जी तरीके से गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर सभी को जेल भेजा है।
बता दें कि मंगलवार दोपहर पौने एक बजे जिला जेल पहुंचे मुलायम सिंह यादव को जेल अधीक्षक पीएन पाण्डेय ने कार्यालय में बैठाया। करीब 15 मिनट बाद बैरक से कार्यालय पहुंचे गायत्री ने मुलायम को देखते ही जोर-जोर से रोने लगे और पैर पकड़कर नीचे फर्श पर बैठ गए। यह माजरा देख मुलायम के साथ जेल अधिकारी भी भावुक हो गए।
मुलायम के काफी समझाने के बाद गायत्री चुप हुए। गायत्री ने मुलायम से कहा कि बैरक में जमीन पर सुलाया जा रहा है। जेल प्रशासन घरवालों को मिलने नहीं देता है। करीब सवा घंटे की मुलाकात के दौरान गायत्री कई बार रोए और नेता जी से एक ही रट लगाते रहे कि जल्दी जेल से बाहर निकालो। मुलायम ने चलते वक्त गायत्री को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
एजेन्सी