UP election 2017
फोटो सौजन्य : पीटीआई

लखनऊ। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अब तक नाराज नेताजी अब ‘मुलायम’ पड़ गए हैं। यूपी में चुनाव प्रचार को लेकर मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि अब वह सपा-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में प्रचार करेंगे। उन्‍होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव ही उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बनेंगे। मुलायम ने कहा कि वह पुरानी बातों को भुलाकर सपा-कांग्रेस दोनों के लिए प्रचार करेंगे और लोगों से गंठबंधन को वोट देने की अपील करेंगे।

मुलायम ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि मैं शिवपाल यादव के लिए भी प्रचार करूंगा। शिवपाल के नाराज होने की खबरों पर मुलायम सिंह ने कहा कि शिवपाल नाराज नहीं है, कोई भी नाराज नहीं है। शिवपाल ने गुस्से में अलग पार्टी बनाने की बात कही। पीएम मोदी के बयान के संबंध में पूछे जाने पर मुलायम ने कहा कि यदि अखिलेश ने प्रदेश को लूटा है तो जनता जवाब देगी। और यदि अखिलेश ने राज्‍य में काम किया है तो जनता जिताएगी।

हालांकि, मुलायम ने यह भी कहा कि वह पहले शिवपाल के लिए 11 फरवरी से प्रचार शुरू करेंगे और उसके बाद अखिलेश के लिए प्रचार करेंगे। बता दें, कि मुलायम इटावा के जसवंतनगर सीट से सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव के विधानसभा सीट से 11 फरवरी को चुनाव की शुरुआत करने जा रहे है। शिवपाल ने इटावा की अपनी परंपरागत जसवंतनगर सीट से सपा के प्रत्‍याशी के रूप में नामांकन किया है। इसके बाद मुलायम 13 फरवरी को मैनपुरी में चुनाव प्रचार करेंगे। मुलायम ने कहा कि पार्टी में कोई विवाद नहीं है, अगला सीएम अखिलेश यादव ही होंगे। उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

बता दें कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि विधानसभा चुनावों में वह प्रचार नहीं करेंगे। मुलायम ने कहा था कि मैं पूरी तरह गठबंधन के खिलाफ हूं। मैं इसके लिए प्रचार नहीं करूंगा। अखिलेश द्वारा पार्टी अध्यक्ष पद से हटाए जाने से पहले विधानसभा में गठबंधन की संभावनाओं से इनकार कर चुके मुलायम ने कहा था कि कांग्रेस ने लंबे समय तक देश पर शासन किया है और उसे निस्तेज (सुस्त) कर दिया है। हम हमेशा से कांग्रेस के खिलाफ लड़े हैं। उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है। अतीत में भी हम अकेले लड़े हैं और बहुमत के साथ सरकार बनायी है। गठबंधन बनाने की कभी जरूरत नहीं पड़ी।

बता दें कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर बीते दिनों नाराज चल रहे मुलायम के गुस्से को कमतर दिखाने का प्रयास करते हुए अखिलेश यादव ने बीते दिनों कहा था कि उन्हें ‘विश्वास’ है कि उनके पिता चुनाव प्रचार में भाग लेंगे और सपा की सत्तावापसी से ‘सबसे ज्यादा खुश’ भी होंगे। सपा अध्यक्ष ने कहा था कि मुझे विश्वास है कि मुलायम सिंह यादव हमारे लिए प्रचार करेंगे। यदि समाजवादी पार्टी प्रदेश में सत्ता में आती है तो वह (मुलायम) सबसे ज्यादा खुश होंगे। शिवपाल यादव के नई पार्टी बनाने की धमकी के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि उनके ऊपर पिता का आशीर्वाद है और पूरा परिवार एक है। हम इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन में 300 से अधिक सीटें जीतेंगे।

 

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