अयोध्या। पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि मस्जिद कहीं भी बन सकती है, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है पर राम की पूजा राम जन्मभूमि पर ही हो सकती है। उन्होंने विश्वास जताया कि अयोध्या के राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिंदुओं के पक्ष में ही आएगा क्योंकि देश के करोड़ों हिंदुओं के आस्था से जुड़े सवाल पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कोई जवाब नहीं दे सके हैं।
सुब्रह्मण्यम स्वामी शनिवार को यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सन् 1994 में भी जब देश में नरसिम्हा राव की सरकार थी, उस समय भी जब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि विवादित भूमि के विषय में सरकार का क्या मत है तो कहा गया था कि “अधिगृहीत की गई भूमि सरकार की है। यदि न्यायालय उसे मंदिर के लिए देता है तो हमें कोई ऐतराज नहीं है।”
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरमरम के जेल जाने के सवाल पर डॉ. स्वामी ने कहा कि अभी देखते जाएं, कांग्रेस के कई बड़े घोटालेबाज नेता इसी
प्रकार जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे। सोनिया गांधी जमानत पर हैं। शशि थरूर जमानत पर हैं। भूपेंद्र
सिंह हुड्डा जमानत पर हैं।
पाकिस्तान के मुद्दे पर
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के चार टुकड़े किए जाने चाहिए। एक मानवाधिकार सेंटर
बनाना चाहिए जिसके जरिये बलूचिस्तान और सिंध में हो रहे मानवाधिकारों के हनन की
रिपोर्ट रखनी चाहिए।
देश की वर्तमान
अर्थव्यवस्था पर डॉ. स्वामी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गूंगे थे और
एक “अनपढ़ महिला” के सामने सिर झुकाते थे
इसलिए उनके ज्ञान का कोई मतलब नहीं है जबकि निर्मला सीतारमण का विषय कभी
अर्थशास्त्र रहा ही नहीं है। इसलिए मंदी में उनका कोई कसूर नहीं है।