प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पंचायती राज दिवस के मौके पर देश के सरपंचों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह बात कही। पंचायत राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यक्रम की शुरुआत की।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट ने अपना सबसे बड़ा संदेश, अपना सबसे बड़ा सबक हमें दिया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा। गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बनें, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब ये बहुत आवश्यक हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पंचायती राज दिवस के मौके पर देश के सरपंचों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह बात कही। पंचायत राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए किए गए कामों का विवरण दिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और ऐप लॉन्च किय। साथ ही उन्होंने स्वामित्व योजना का भी शुभारंभ किया। इस पोर्टल और ऐप पर पंचायत के विकासकार्य की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। इसके जरिए गांव का कोई भी नागरिक अपनी ग्राम पंचायत में क्या काम चल रहा है और काम कहां तक पहुंचा इसकी जानकारी अपने मोबाइल फोन पर पा सकेगा। इससे काम में पारदर्शिता आएगी।
मोदी ने कहा कि गांवों में संपत्ति को लेकर जो स्थिति रहती है उससे आप सब वाकिफ हैं। स्वामित्व योजना इसी को ठीक करने का एक प्रयास है। इस योजना के जरिए गांव की एक-एक संपत्ति की ड्रोन से मैपिंग की जाएगी। लोगों को उनकी संपत्ति का स्वामित्व दिया जाएगा। इससे संपत्ति को लेकर जो भ्रम की स्थिति रहती है वह दूर होगी। इसके जरिए आप बैंकों से अपनी संपत्ति पर लोन भी ले सकेंगे। इस योजना को पहले कुछ गांवों में लागू किया जाएगा। इसकी सफलता के बाद इसे देश के सभी गांवों में लागू किया जाएगा।
पीएम ने कहा कि इस कोरोना संकट के दौरान गांवों के लोगों ने अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं। गांवों से जो अपडेट आ रहा है, वे बड़े-बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाले हैं। आप सभी ने दुनिया को मंत्र दिया है- “दो गज दूरी” का, या कहें “दो गज देह की दूरी” का। इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है। इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच, अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही हैलेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है।
प्रधानमंत्री ने कई सरपंचों से की सीधी बात
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला के नारबाओ ब्लाक के चेयरमैन मोहम्मद इकबाल से बातचीत की। मोहम्मद इकबाल ने प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस से जुड़ा अपना अनुभव बताया। उन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ पंचायत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद पीएम ने कर्नाटक के चिक्कावालापुर से नवीन कुमार से बात की. नवीन ने बताया कि हमारे ग्राम पंचायत में कोई कोरोना पीड़ित नहीं है लेकिन हमने 14 लोगों को क्वारंटीन किया है। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक ग्राम पंचायत की सरपंच वर्षा सिंह ने बताया कि गांव के लोग लॉकडाउन का खुशी से पालन कर रहे हैं। वर्षा ने बताया कि गांव में कई लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिला है। बिहार के जहानाबाद जिले के धरनाई के सरपंच अजय सिंह यादव ने कहा कि हमने गांव में सभी लोगों को हाथ धोने और साफ-सफाई की व्यवस्था की है। लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक किया है।
क्या है ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और ऐप ?
- ग्राम पंचायत की विकास योजना के लिए सिंगल स्पेस
- विकास योजना तैयार करना और लागू करना आसान
- ऐप और पोर्टल से योजनाओं की जानकारी मिलेगी