नई दिल्ली (Nepotism in bollywood) सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद निकला नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद)का जिन्न लगता है कि बॉलीवुड की चकाचौंध के पीछे छिपे अनगिनत काले पन्ने सामने लाने वाला है। नेपोटिज्म ने बॉलीवुड को किस तरह जकड़ रखा है, इसका अंदाजा भारत के एकमात्र ऑस्कर विजेता संगीत निर्देशक एआर रहमान के ताजा बयान से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड में उनके बारे में झूठी अफवाहें फैलाने वाला एक गिरोह है, जो उन्हें काम पाने से रोक रहा है।  गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत और संजना सांघी अभिनीत फिल्म “दिल बेचारा” का संगीत एआर रहमान ने ही दिया है। आज रहमान विश्व के टॉप टेन म्यूजिक कंपोजर्स में गिने जाते हैं।

दरअसल, रेडियो मिर्ची पर एक बातचीत में एआर रहमान से पूछा गया था कि वे तमिल फिल्मों की तुलना में कम हिंदी फिल्में क्यों करते हैं। तब उन्होंने कहा, ‘मैं अच्छी फिल्मों को ना नहीं कहता लेकिन मुझे लगता है कि एक गिरोह है जो मेरे बारे में गलतफहमी के कारण कुछ गलत अफवाहें फैला रहा है।’

हाल की एक घटना को जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “जब मुकेश छाबड़ा मेरे पास आए तो मैंने उन्हें दो दिन में चार गाने दिए। उन्होंने मुझसे कहा, “सर, कितने लोगों ने कहा कि मत जाओ, एआर रहमान के पास मत जाओ और उन्होंने मुझे कई कहानियां सुनाईं। मैंने सुना है और मुझे एहसास हुआ और अब मुझे समझ में आया क्यों मुझे कम हिंदी फिल्मों में काम मिल रहा है और अच्छी फिल्में मेरे पास क्यों नहीं आ रही हैं। मैं कम फिल्में कर रहा हूं, क्योंकि मेरे खिलाफ काम करने वाला एक पूरा गिरोह है, बिना यह जाने कि वे कितना नुकसान कर रहे हैं।”

रहमान ने कहा, “लोग मुझसे सामान खरीदना चाहते हैं लेकिन लोगों का एक गिरोह है जो इसे होने से रोकता है। मैं भाग्य में विश्वास करता हूं और मैं मानता हूं कि सब कुछ भगवान से आता है। इसलिए मैं अपने पास आई फिल्में कर रहा हूं लेकिन मेरे आने के लिए सभी का स्वागत है।“”

सुपरहिट फिल्मो में सुपरहिट संगीत

एआर रहमान ने रोजा, स्लमडॉग मिलियनेयर, रंग दे बसंती, ताल, लगान, गजनी, जाने तू या जाने ना, रंगीला, रंग दे बसंती, तहजीब, बांबे, स्वदेश, दिल से,  गुरु, रॉकस्टार  आदि फिल्मों में सुपरहिट संगीत दिया है। उनके गानों की 200 करोड़ से भी अधिक रिकॉर्डिग बिक चुकी हैं। उन्हें चार बार संगीत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जा चुका है। फिल्म फेयर के 11 अवार्ड भी उनके नाम हैं। विश्व संगीत में योगदान के लिए वर्ष 2002 में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें सममानित किया था।

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