लखनऊ ।सीएम योगी ने पूरे राज्य में 21 अप्रैल से ही लाल और नीली बत्ती के इस्तेमाल पर ब्रेक लगाने का आदेश जारी कर दिया।आज से UP में लाल और नीली बत्ती लगी गाड़ियां कहीं भी नजर नहीं आएंगी।वीआईपी संस्कृति का प्रतीक बन चुकी लाल और नीली बत्ती पर PM मोदी के फैसले से पहले दो राज्यों उत्तर प्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ और कैप्टन अमरिंदर सिंह एक सप्ताह पहले ही सूबे में किसी भी सरकारी वाहनों पर लालबत्ती नहीं लगाने का आदेश जारी कर दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम विभागों के प्रजेंटेशन देखने के लिए बैठक बुलाई थी। इस दौरान योगी ने पीएम मोदी के फैसले पर अमल का फरमान भी जारी कर दिया। योगी का फरमान आज से UP में लाल और नीली बत्ती लगी गाड़ियां कहीं भी नजर नहीं आएंगी। शासन और प्रशासन में वीआईपी संस्कृति पर पीएम मोदी का हथौड़ा चलाने वाले ऐलान को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दस दिन पहले ही घोषित कर दिया था जो आज से अमल में आ गया है।

बैठक में फैसला लिया गया कि कोई भी नेता, मंत्री या अधिकारी अपनी गाड़ियों पर लाल और नीली बत्ती नहीं लगाएगा। कहने का मतलब यह कि आज से नेताओं या अधिकारियों की गाड़ियों पर कोई बत्ती नजर नहीं आएगी। अगर आदेश का उल्लंघन किया गया तो ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। हूटर बजाने का आदेश पहले ही खत्म किया जा चुका है।

हालांकि केंद्र सरकार का फैसला आने के बाद राज्य मंत्री स्वाति सिंह समेत कई मंत्रियों ने अपनी गाड़ी से लाल बत्ती पहले ही उतार दी थी। जबकि अधिकारी बदस्तूर अपनी गाड़ियों पर पहले की तरह नीली बत्ती लगाकर चलते रहे। मालूम हो कि मोदी कैबिनेट ने बुधवार को गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने का फैसला लिया था। फैसले के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि ये संस्कृति पहले ही खत्म हो जानी चाहिए थी। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है जो इस नियम का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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