नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार के बाद “सदमे जैसी हालत“ में नजर आ रही कांग्रेस ने अब अपने प्रवक्ताओं के किसी भी टीवी चैनल पर न्यूज डिबेट में भाग लेने पर एक महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है
पार्टी के मीडिया प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने एक महीने के लिए टेलीविजन बहस में प्रवक्ताओं को नहीं भेजने का फैसला किया है। सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से अनुरोध है कि वे अपने शो में कांग्रेस के प्रतिनिधियों को न रखें। हालांकि, पार्टी ने यह फैसला क्यों लिया है, सुरजेवाला ने इसकी जानकारी नहीं दी है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 52 सीटों पर सिमट कर रह गई। पार्टी के खराब प्रदर्शन से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी खासे नाराज हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश भी कर दी। हालांकि, पार्टी ने उनके इस फैसले को नहीं माना। फिलहाल, राहुल अपने फैसले पर अड़े हुए हैं।
कांग्रेस के हारे प्रत्याशी देवाशीष जरारिया ने लिखी थी राहुल गांधी को चिट्ठी
इससे पहले कांग्रेस की हार के बाद मध्य प्रदेश के भिंड लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवाशीष जरारिया ने राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखकर पार्टी के प्रवक्ताओं को टीवी चैनल में न भेजने का आग्रह किया था। अपने पत्र में देवाशीष जरारिया ने कहा था, “मैं भिंड दतिया लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहा हूं और मुझे और लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीते पांच सालों में महसूस हुआ है कि टीवी चैनल में सकारात्मक बहस और संवाद के लिए कोई जगह नहीं है। लगभग 600 टीवी डिबेट में जाने पर यही पाया कि 95 प्रतिशत डिबेट्स केवल प्रोपेगेंडा पर आधारित रही हैं। इसलिए पार्टी को प्रवक्ताओं को टीवी डिबेट्स में भेजने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और क्योंकि इन डिबेट्स के चलते पिछले पांच वर्षों में पार्टी को काफी नुक्सान हुआ है।”