इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के विवादित प्रावाधान और अनुच्छेद 35ए को खत्म किए जाने के मामले में दुनिया के किसी भी देश से समर्थन नहीं मिलने से बौखलाए पाकिस्तान ने अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से गुहार लगाई है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कश्मीर मसले पर तत्काल बैठक बुलाने की गुजारिश की है।
एक समाचार एजेंसी ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए एक पत्र के हवाले से यह जानकारी दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अध्यक्ष जोआना रोनेका को लिखे पत्र में भारत-पाकिस्तान के मसले पर बैठक में भाग लेने का आग्रह किया है।
कश्मीर पर समर्थन पाना आसान नहीं है: कुरैशी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में मीडिया से कहा कि पाकिस्तानियों को यूएनएसी सदस्यों का समर्थन हासिल करने के लिए “नया संघर्ष” शुरू करना होगा। उन्होंने कहा, “आपको (लोगों को) मुगालते में नहीं रहना चाहिए। कोई भी वहां (यूएनएससी में) हाथों में माला लिए खड़ा नहीं होगा … कोई भी वहां आपका इंतजार नहीं करेगा।”
किसी मुस्लिम देश का नाम लिये बगैर कुरैशी ने कहा, “उम्मा (इस्लामी समुदाय) के संरक्षक भी अपने आर्थिक हितों के कारण कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा, ‘”दुनिया के विभिन्न लोगों के अपने-अपने हित हैं। भारत एक अरब से (अधिक) लोगों का बाजार है … बहुत से लोगों ने (भारत) निवेश किया है। हम अक्सर उम्मा और इस्लाम के बारे में बात करते हैं लेकिन उम्मा के संरक्षकों ने भी वहां (भारत) निवेश किया हुआ है और उनके अपने हित हैं।”