लंदन। बाज निर्विवाद रूप से सबसे तेज नजर वाला प्राणी है लेकिन बाजों में भी सबसे तेज नजर होती है पेरग्रिन बाज की। हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, परभक्षी पक्षियों में शुमार यह बाज एक सेकंड में लगभग 130 फ्रेम देख सकता है। इसकी तुलना में इंसान प्रति सेकंड अधिकतम 50-60 फ्रेम ही देख पाते हैं।

स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी सहित कई शोधकर्ताओं का कहना है कि कोई शख्स मूवी थिएटर में बतौर फिल्म प्रति सेकंड 25 छवियों की गति ही देख सकता है। वह भी उसे छवियों की श्रृंखला के रूप में नहीं देख सकता। जर्नल ऑफ एक्सपेरिममेंटल बायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, पेरग्रिन बाज की दृष्टि सबसे तीव्र होती है। तेज प्रकाश वाले वातावरण में उसकी दृष्टि 129 एचजेड (प्रति सेकेंड पलक झपकाना) होती है। इन्हीं परिस्थितियों में सेकर बाज की दृष्टि 102 एचजेड और हैरिस की देखने की क्षमता 77 एचजेड होती है।

परभक्षी पक्षियों की दृष्टि की गति का ऐसा अध्ययन पहली बार किया गया है। इसके लिए उन्होंने यह गणना की कि वे (बाज) कितने दृश्यों का अनुभव कर सकते हैं। अध्ययन के सह लेखकों में एक लुंड यूनिवर्सिटी के एल्मट केल्बर ने कहा, “मेरे सहयोगी साइमन पोटियर और मैंने सेकर और हैरिस प्रजाति के बाजों का अध्ययन किया। इस दौरान यह भी गणना की कि ये कितनी तेज रोशनी में झपकी ले सकते हैं।” शोधकर्ताओं ने कहा कि परभक्षी पक्षियों की नजर शिकार की जरूरत के हिसाब से हरकत करती है। आमतौर पर बाज तेज गति से उड़ने वाली पक्षियों का शिकार करते हैं और अपनी तेज नजर की हदौलत पक्षियों के सचेत होने से पहले ही उन्हें पकड़ लेते हैं।

शोधकर्ताओं ने बताया कि हैरिस नामक बाज के पास अत्यधिक ऊंचाइयों पर शिकार करने के लिए बहुत तेज दृष्टि नहीं होती है क्योंकि वह जमीन पर छोटे और धीमी गति वाले जानवरों का शिकार करते हैं। दूसरी ओर पेरग्रिन बाज के पास अलग-अलग दृश्यों में खुद की दृष्टि को समायोजित करने की क्षमता होती है और यह एक फॉर्मूला वन रेसिंग कार की रफ्तार यानी 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अपने शिकार पर हमला बोलता है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि बाजों के शिकार की कला यह भी बताती है कि परभक्षी पक्षियों की दृष्टि बहुत तीव्र होती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस अध्ययन से मिली नई जानकारी से कैद में रखे गए पक्षियों की स्थिति को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।

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